बारिश की फुहारों से मिली गरमी से राहत

ख्ुशी. किसानों के चेहरे पर दिखी मुस्कान, डालेंगे खेतों में बिचड़ा बक्सर : पिछले कई दिनों से पारा लगातार 40 डिग्री के पार कर रहा था, लेकिन मंगलवार को बारिश की फुहारों ने हर किसी के चेहरे पर मुस्कान ला दी. अब यह आशा जगने लगी है कि शीघ्र ही तेज बारिश होगी. किसानों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 7, 2017 4:13 AM

ख्ुशी. किसानों के चेहरे पर दिखी मुस्कान, डालेंगे खेतों में बिचड़ा

बक्सर : पिछले कई दिनों से पारा लगातार 40 डिग्री के पार कर रहा था, लेकिन मंगलवार को बारिश की फुहारों ने हर किसी के चेहरे पर मुस्कान ला दी. अब यह आशा जगने लगी है कि शीघ्र ही तेज बारिश होगी. किसानों को इस बात का डर सता रहा था कि बिजड़ा नहीं डालने से उनकी खेती पिछड़ जायेगी, लेकिन हल्की बारिश होते ही किसान अपने खेतों में बिजड़ा डालने के लिए तैयार हो गये हैं.
गरमी से सभी थे बेहाल : अप्रैल माह शुरू होते ही गरमी लगातार बढ़ते जा रही थी. मई माह के शुरू होते ही पारा 40 डिग्री तक पहुंच गया था. तेज गरमी के कारण लोग किसी तरह से अपना जीवन बीता रहे थे. गरमी के कारण नदी नाले सूख गये थे. पशु-पक्षियों भी पानी के लिए इधर-उधर भटकने के लिए मजबूर हो गये थे.
दिन के आठ बजते ही सभी लोग अपना दैनिक कार्य पूरा कर घर में प्रवेश कर जाते थे. दोपहर ग्यारह बजे से लेकर शाम चार बजे तक सड़कों पर इक्के-दुक्के लोग नजर आते थे. शाम चार बजे के बाद लोग किसी तरह से घर से बाहर निकलते थे़ वहीं, यदि बिजली चली जाये, तो लोगों की परेशानी और भी बढ़ जाती थी.
आमजनों को मिली राहत : बारिश की हल्की फुहारों से आम लोगों को काफी राहत मिली है़ स्थानीय लोगों का कहना है कि गरमी से जीना मुहाल हो गया था़ हर कोई बारिश के इंतजार में था़ भीषण गरमी का सबसे बुरा असर छोटे बच्चों पर पड़ रहा था़ छोटे बच्चे व बुजुर्ग बीमारियों का शिकार हो रहे थे़ शरीर में पानी की कमी हो जा रही थी़ बारिश ने सभी को राहत पहुंचायी है़ गरमी से बेहाल महिलाओं का कहना है कि बिजली सेवा बाधित होने से पुरुष घरों के बाहर चले जाते थे़ वहीं, महिलाएं ऊमस भरी गरमी में रहती थी़ं किसी तरह से हाथ के पंखे का इस्तेमाल कर गरमी से निजात पाने का प्रयास करती थीं.
किसानों को मिली राहत : रोहिणी नक्षत्र शुरू होते ही किसान धान का बिजड़ा डालने की तैयारी में लग जाते है़ं बारिश नहीं होने व नहरों में पानी नहीं आने से किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें बढ़ती जा रही थी. किसानों को इस बात डर सता रहा था कि उनकी खेती पिछड़ती चली जायेगी. यदि डीजल का प्रयोग से पंप सेट चलाते हैं, तो किसी तरह से खेतों में पानी ला देंगे, लेकिन भीषण गरमी में सारा पानी फिर सूख जायेगा़ वहीं, हल्की बारिश से किसानों को इस बात से राहत मिली है़ किसान अब अपने खेतों में शीघ्र बिजड़ा डालने की तैयारी में जुट गये हैं. सभी को इस बात की उम्मीद है कि इस बार अनुपात से अधिक बारिश होगी, जिससे किसान रिकार्ड पैदावार कर पायेंगे. वहीं, डुमरांव में भी मंगलवार को हल्की बारिश होने से इलाके के लोगों को कई दिनों से तेज धूप व ऊमस भरी गरमी से काफी राहत मिली है. बारिश होने के दौरान लोग बाहर निकलकर बारिश का आनंद लेते नजर आये. वहीं, कुछ दिनों से इलाके के लोगों को कड़े धूप व ऊमस के बीच आज लोगों को बड़ी राहत मिली है. बारिश से किसानों को भी बड़ी राहत मिली है.

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