70 लाख की लागत से शहर में लगेंगी हाइमास्ट लाइटें

पहल. एक सप्ताह में शहर के 20 जगहों पर होगा काम बक्सर : मेगा सिटी की तर्ज पर एलइडी के बाद शहर के मुख्य चौक-चौराहे जल्द ही हाइमास्ट लाइट से जगमग होंगे. नगर पर्षद प्रशासन ने शहर में सीएफएल और ट्यूब लाइट की अब जगह एलइडी लाइट लगा कर शहर को दुधिया रोशनी से जगमग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 11, 2017 3:39 AM

पहल. एक सप्ताह में शहर के 20 जगहों पर होगा काम

बक्सर : मेगा सिटी की तर्ज पर एलइडी के बाद शहर के मुख्य चौक-चौराहे जल्द ही हाइमास्ट लाइट से जगमग होंगे. नगर पर्षद प्रशासन ने शहर में सीएफएल और ट्यूब लाइट की अब जगह एलइडी लाइट लगा कर शहर को दुधिया रोशनी से जगमग करने का निर्णय लिया है. ठेकेदार की ओर से फाउंडेशन तैयार करने के बाद अब उन पर टावर खड़े करने की तैयारी शुरू कर दी गयी है.
इसके लिए शनिवार को टावर मंगा लिये गये हैं. जल्द ही सरकार की ओर से अनुबंधित एलइडी लगानेवाली कंपनी की ओर से 200-200 वॉट की एलइडी लगाने का काम शुरू होगा.
इन स्थानों पर लगायी जायेंगी हाइमास्ट लाइट : नगर पर्षद प्रशासन ने अब सिंडिकेट मोड़, स्टेशन रोड पर दो जगह, किला मैदान गेट अंदर, सदर अस्पताल रोड पुलिया के पास, पीपी रोड पुराना अस्पताल, हनुमाननगर रोड, भगत सिंह पार्क, समाहरणालय के पास, यमुना चौक, आंबेडकर चौक, सिविल लाइंस शिव मंदिर, ज्योति चौक, रामरेखा घाट मोड़, गोलंबर से पूर्व, बाइपास रोड, वीर कुंवर सिंह कॉलोनी चौक, नगर पर्षद भवन के समीप हाइमास्ट टावर लगवाने का निर्णय लिया है.
70 लाख होंगे खर्च
शहर में इन स्थानों पर हाइमास्ट टावर लगवाने के लिए पर्षद को करीब 70 लाख रुपये खर्च करने पड़ेंगे. इसमें एक टावर पर छह लाइटें लगायी जायेंगी. जिन्हें लगाने में करीब तीन लाख 40 हजार रुपये खर्च होंगे. हालांकि बजट को लेकर नगर पर्षद को कोई परेशानी नहीं आयेगी.
जल्द लगेंगी लाइटें
शहर के 20 स्थानों को चिह्नित करने के बाद फाउंडेशन तैयार कर लिया गया है. कार्य एजेंसी के मुताबिक एक सप्ताह में लाइटें लग जायेंगी.
अनिल कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी
16.5 मीटर ऊंचाई के भी लगेंगे टावर
फिलहाल शहर में जो टावर लगे हैं उनकी ऊंचाई 12.5 मीटर है. जबकि ऐसे स्थान भी हैं, जहां और अधिक ऊंचाई के टावर लगवाने की आवश्यकता है. इसी को ध्यान में रखते हुए 20 प्रमुख स्थानों पर इस बार 12.5 मीटर की जगह 16.5 मीटर ऊंचाईवाले हाइमास्ट टावर लगवाये जायेंगे. यही कारण है कि इस बार इनकी लागत में बढ़ोतरी की संभावना जतायी गयी है.

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