संविदा कर्मियों का राज्य सरकार कर रही शोषण
विरोध. कर्मचारियों ने कहा, वेतन की हकमारी कर रही सरकार बक्सर : बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ संयुक्त मोरचा के बैनर तले सरकार के वादाखिलाफी, मनमानी के खिलाफ गुरुवार को दो दिवसीय हड़ताल पर चला गया. वहीं, कर्मचारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष संजय कुमार त्रिपाठी ने […]
विरोध. कर्मचारियों ने कहा, वेतन की हकमारी कर रही सरकार
बक्सर : बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ संयुक्त मोरचा के बैनर तले सरकार के वादाखिलाफी, मनमानी के खिलाफ गुरुवार को दो दिवसीय हड़ताल पर चला गया. वहीं, कर्मचारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष संजय कुमार त्रिपाठी ने की, जबकि मंच का संचालन अरुण कुमार ओझा और महेंद्र प्रसाद ने किया. उन्होंने कहा कि सरकार कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है.
केंद्र सरकार अधिकारियों को एक जनवरी, 2016 से 7वां वेतनमान का लाभ दे रही है, लेकिन राज्य सरकार कर्मचारियों को एक अप्रैल, 2017 से इसका लाभ दे रही है. यानी कर्मचारियों को 15 माह के वेतन की हकमारी कर रही है. उन्होंने कहा कि ठेका अनुबंध, संविदा पर कार्य कर रहे कर्मचारियों का शोषण हो रहा है. साथ ही कम पैसा दिया जा रहा है. केंद्र सरकार द्वारा समान काम समान वेतन के मिले अधिकार की समाप्त करना चाह रही है.
उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 के बाद नियुक्त कर्मचारियों को पेंशन नहीं मिलेगा, इसको बदलने की लड़ाई लड़ी जा रही है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार की नींद नहीं खुलती है, तो अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी. इसकी जवाबदेही सरकार की होगी. वहीं, आज भी कर्मचारी संघ संयुक्त मोरचा हड़ताल पर रहेगी. मौके पर मु. कलाम, कन्हैया सिंह, डॉ सुरेंद्र प्रसाद, प्रेम कुमार तिवारी, वीरेंद्र प्रसाद, अशोक मिश्रा, अशोक कुमार सिंह, सुदामा सिंह, दीपक श्रीवास्तव समेत कई लोग मौजूद थे.