घर में घुस कर अज्ञात अपराधियों ने किसान को भून डाला
डुमरांव : ‘हम कइसे अब जीयब ऐ दादा…’ यह बोलते हुए अज्ञात अपराधियों की गोली से मारे गये किसान की पत्नी कलावती देवी बेसुध होकर गिर पड़ती हैं. कलावती के शब्दों को सुन कर आसपास इकट्ठा हुए लोगों की आंखों में भी आंसू छलकने लगते हैं. मृत किसान की पत्नी व माता के अलावा अन्य […]
डुमरांव : ‘हम कइसे अब जीयब ऐ दादा…’ यह बोलते हुए अज्ञात अपराधियों की गोली से मारे गये किसान की पत्नी कलावती देवी बेसुध होकर गिर पड़ती हैं. कलावती के शब्दों को सुन कर आसपास इकट्ठा हुए लोगों की आंखों में भी आंसू छलकने लगते हैं. मृत किसान की पत्नी व माता के अलावा अन्य परिजनों की चीत्कार से पूरा गांव सदमे में है.कोरानसराय थाना क्षेत्र के कमधरपुर गांव में गुरुवार देर रात अपराधियों ने एक किसान के घर में घुस कर छलनी कर दिया. गोली की तड़तड़ाहट सुन कर पूरा इलाका थर्रा उठा. परिजनों ने घायल किसान को लेकर इलाज के लिए बक्सर सदरअस्पताल पहुंचे, जहां डाक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए बनारस रेफर करदिया. बनारस जाने के दौरान रास्ते में ही घायल किसान सोखा की मौत हो गयी.
मृत किसान केपरिजनों ने बताया कि करीब तीन अज्ञात अपराधी दरवाजे पर रात करीब आठ बजेपहुंचे और राजकिशोर पासवान उर्फ सोखा से पूछा कि सोखा कौन है? मृत किसान ने अपना परिचय देते हुए उन सभी को बैठने की बात कही और पूछा किआप लोग कहां से आएं हैं? तब तक अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू करदी. इससे सोखा के शरीर में तीन गोलियां लगीं और वह गिर पड़ा. उसके बाद अपराधीदरवाजे के बाहर निकलकर हवा में फायरिंग करते हुए सामने बधार की ओर फरारहो गये. परिजनों ने घटना की जानकारी तुरंत कोरानसराय थाने को दी.मौके पर पहुंची पुलिस ने देर रात तक इलाके को खंगाला, लेकिन अपराधियों काकुछ पता नहीं चल सका.
घटना में जख्मी हुए दो बच्चे: घटना के दौरान निकली गोली की चिनगारी से सोखा के बड़े बेटेअशोक पासवान का नौ वर्षीय पुत्र त्रिदेव व आठ वर्षीया पुत्री तुलसी जख्मी होगयी. इन दोनों घायलों को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल भेजा गया है. दोनोंबच्चों ने बताया कि जिस समय उसके दादा पर अपराधियों ने गोली चलानी शुरू की. उसवक्त दोनों भाई-बहन उनके आसपास ही बैठे थे. गोली से निकली चिनगारी उन दोनों तक भी पहुंच गयी. इससे हाथ-पैर जख्मी हो गये.
घर का इकलौता कमानेवाला था सोखा :राजकिशोर पासवान उर्फ सोखा अपने परिवार का भरण-पोषण के लिए खेती-बारी केअलावा गांव पर ही ओझाई का काम करता था. अन्य क्षेत्रों के लोग भीअपनी-अपनी समस्याओं के निवारण के लिए सोखा के पास आते थे. सोखा अपने चार पुत्रों अशोक पासवान, सूर्यभान, बिरसेन, अमरजीत के अलावा तीन पुत्री की शादी करचुका था. अशोक पासवान और सूर्यभान घर पर ही रह कर खेती-बारी में अपने पिता का हाथ बंटाते थे.
क्या कहते है थानाध्यक्ष :कोरानसराय के थानाध्यक्ष नंदन कुमार सिंह ने बताया कि घटना को लेकर पुलिसतत्परता से जांच में जुट गयी है. शव को पोस्टर्माटम के लिए बक्सर भेज दियागया है.