24 घंटे की जगह चार घंटे मिल रही बिजली
लापरवाही. मेंटनेंस के बाद भी नहीं सुधरी जिले की विद्युत आपूर्ति कई जगहों पर 24 घंटे से आपूर्ति है बाधित दो दिनों की बारिश से स्थिति हुई खराब बक्सर : बारिश शुरू होते ही बिजली विभाग की ओर से किये गये दावे की पोल खुल गयी. 24 घंटे की जगह मात्र चार घंटे ही शहर […]
लापरवाही. मेंटनेंस के बाद भी नहीं सुधरी जिले की विद्युत आपूर्ति
कई जगहों पर 24 घंटे से आपूर्ति है बाधित
दो दिनों की बारिश से स्थिति हुई खराब
बक्सर : बारिश शुरू होते ही बिजली विभाग की ओर से किये गये दावे की पोल खुल गयी. 24 घंटे की जगह मात्र चार घंटे ही शहर को बिजली मिल रही है. इसे लेकर उपभोक्ताओं में विभाग के प्रति आक्रोश व्याप्त है. बिजली व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है. बिजली आपूर्ति बदहाल होने से उपभोक्ता परेशान हैं. अधिकारियों का अलग रोना है. देहाती क्षेत्र में, तो 24 घंटे से विद्युत आपूर्ति बाधित है. दो दिनों से हो रही लगातार बारिश से कई जगहों पर खराबी आ गयी है, जिससे विद्युत व्यवस्था चरमरा गयी है. लोगों के सामने पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गयी है. अल्टरनेट कर विद्युत आपूर्ति की जा रही है. विभाग ने दावा किया था कि बरसात के पहले जर्जर तार को भी बदल दिया जायेगा, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया.
24 घंटे से अंधेरे में हैं जिले के कई इलाके : जिले के कई इलाके सोमवार से ही अंधेरे में डूबे हुए हैं. लोग पेयजल की समस्या से परेशान हैं. इसे लेकर उपभोक्ताओं में विभाग के प्रति आक्रोश व्याप्त है. स्थानीय लोगों ने विभाग से नियमित आपूर्ति की मांग की है. शहर के अस्पताल रोड पॉवर सबस्टेशन से ससमय आपूर्ति नहीं करने से इस इलाके के हजारों लोगों की नींद हराम हो गयी है. क्षेत्र में अनियमित रूप से बिजली आपूर्ति होने के कारण उपभोक्ता परेशानी महसूस कर रहे हैं. धोबीघाट, चीनी मिल, मालवीय नगर, चरित्रवन, सोहनीपट्टी, बुढनपुरवा, शिवपुरी, सिविल लाइन, बाबा नगर, नयी बाजार, पांडेयपट्टी, खलासी मोहल्ला, मुसाफिर गंज, गजाधरगंज, मित्रलोक कॉलोनी, अशोक नगर, कलेक्ट्रेट रोड, न्यू काॅलोनी, जसनगर, एकता नगर, सिंह कॉलोनी, ब्रह्मर्षि नगर, रामनगर आदि इलाकों में विद्युत की लचर व्यवस्था से लोगो में रोष है.
24 घंटे बिजली आपूर्ति शहर में भी सपना : सरकार व विभाग द्वारा 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति किये जाने का दावा झूठा साबित हो रहा है. बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी के सीएमडी प्रत्यय अमृत ने अघोषित पावर कट पर रोक लगाने का निर्देश दिया था. इसके बाद भी बगैर सूचना अभियंताओं के स्तर से बिजली काटी जा रही है. इसकी शिकायत करने पर बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा इसे सुधार दिये जाने का सिर्फ आश्वासन दिया जाता है, लेकिन सरकार का 24 घंटे बिजली मुहैया कराने का दावा हवा-हवाई बन कर रह गया है. जब शहर की जनता आज भी ढिबरी युग में जीने को विवश है, तो ग्रामीण इलाके के विद्युत सप्लाइ का अंदाजा खुद ही लगाया जा सकता है.
लोडशेडिंग के कारण हो रही समस्या
गरमी और बारिश के मौसम में लोडशेडिंग ज्यादा होती है. उपभोक्ताओं के फ्यूज कॉल कंप्लेन, तार में कार्बन पकड़ लेने या हवा के झोकों के कारण ट्रिपिंग की समस्या हो रही है. शिकायत प्राप्त होते ही तत्काल समाधान किया जा रहा है. उपभोक्ताओं को परेशानी न हो इसका ख्याल रखा जायेगा.
संतोष कुमार, कार्यपालक अभियंता, बक्सर