पूर्व मंत्री के भाई जमीन देने के बहाने ले रहे पैसे
नवानगर में स्कैम, एसडीओ करेंगे जांच जमीन के बहाने बना रहे ठगी का शिकार, सिर्फ महिलाओं से ले रहे आवेदन बक्सर : जिले के नावानगर प्रखंड में स्कैम का मामला प्रकाश में आया है. यह लैंड स्कैम लालू सरकार में रह चुके पूर्व मंत्री बसंत सिंह के भाई रणजीत सिंह राणा कर रहे हैं. जमीन […]
नवानगर में स्कैम, एसडीओ करेंगे जांच
जमीन के बहाने बना रहे ठगी का शिकार, सिर्फ महिलाओं से ले रहे आवेदन
बक्सर : जिले के नावानगर प्रखंड में स्कैम का मामला प्रकाश में आया है. यह लैंड स्कैम लालू सरकार में रह चुके पूर्व मंत्री बसंत सिंह के भाई रणजीत सिंह राणा कर रहे हैं. जमीन देने के लिए सिर्फ महिलाओं से आवेदन लिया जा रहा है.
आवेदन देने के लिए बक्सर जिला सहित रोहतास, दिनारा, आरा से आवेदक पहुंच रहे हैं. आवेदकों से यह कह कर पैसा लिया जा रहा है कि सरकार को हम जमीन देंगे और वही जमीन सरकार आपको देगी. प्रति आवेदन के नाम पर ढाई सौ रुपये की वसूली की जा रही है. आवेदन में डीसीएलआर और सीओ का नाम देख कर भूमिहीन महिलाओं को इस बात का विश्वास होने लगा है कि उन्हें रहने के लिए शीघ्र पांच डिसमिल जमीन मिल जायेगी. पिछले बीस दिनों से आवेदन लिया जा रहा है.
पहुंच रही हैं दूर-दूर से महिलाएं : भूमिहीनों को पांच डिसमिल जमीन की बात सुनते ही दूर-दराज से महिलाएं आ रही हैं. इस मामले को उजागर करने वाले पूर्व जिला पार्षद दारा यादव ने बताया कि नावानगर प्रखंड ही नहीं, बल्कि दूसरे जिलों की महिलाएं आ रही हैं. महिलाओं को फाॅर्म तथा उसे भरने के एवज में राशि ली जा रही है. इसके लिए रणजीत सिंह की ओर से लगाये गये कर्मी रजिस्टर भी मेंटेन कर रहे हैं. फाॅर्म पर महिलाओं का नाम, पति का नाम, पता, थाना आदि लिखा जा रहा है. लेकिन, उनका मोबाइल नंबर नहीं लिया जा रहा है. दारा यादव ने बताया कि आवेदन में सीओ और डीसीएलआर का नाम अंकित है. इससे अधिकतर लोग झांसे में आ जा रहे हैं. इससे अनपढ़ महिलाओं को इस बात का अभास हो रहा है कि यह सरकार की ओर से आवेदन निकाला गया है.
क्या है मामला
पूर्व मंत्री के भाई रणजीत सिंह राणा की ओर से आवेदन निकाला गया है, जिसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि जिनके पास भूमि नहीं है, वे रणजीत सिंह के यहां आवेदन देकर पांच डिसमिल भूमि की मांग कर सकते हैं. साथ ही फाॅर्म में सहमति पत्र भी भराया जा रहा है, जिसमें कहा जा रहा है कि रणजीत सिंह राणा के फाॅर्म पर सरकार अगर जमीन देती है, तो यहां बसने के लिए तैयार हैं.
साथ ही यह भी कहा गया है कि समूह बासगीत कार्य कर्म के तहत अगर उचित भूमि किसी प्रखंड के जमीन उचित रोड के किनारे मिलती है, तो हम बसने के लिए तैयार हैं. रणजीत सिंह की ओर से कहा जा रहा है कि सरकार भूमिहीनों के लिए जमीन खरीद कर देती है. प्रशासन के अधिकारी मेरी जमीन को सरकारी दर पर लेकर भूमिहीनों के बीच बांट सकते हैं. रणजीत सिंह राणा पूर्व में भी विवादों के घेरे में रह चुके हैं.
सरकार का नाम लेकर जमीन देने की बात करना गैरकानूनी है. जो भी भूमिहीन हैं, वे अपने अंचल कार्यालय में आवेदन दें. सरकार की ओर से उन्हें भूमि उपलब्ध करायी जायेगी. किसी के झांसे में आनी की जरूरत नहीं है. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डुमरांव एसडीओ को जांच का आदेश दिया गया है. जो भी व्यक्ति फाॅर्म लेते हुए पकड़े जाते हैं, उन्हें हिरासत में लेते हुए एफआइआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है.
रमण कुमार, जिलाधिकारी, बक्सर
सरकार को जगाने के लिए आवेदन लिया जा रहा है, ताकि भूमिहीनों को जमीन उपलब्ध हो सके. सरकार वादा करने के बाद भी भूमि नहीं दे रही है. सरकारी दर पर अपनी जमीन देने के लिए तैयार हैं.
रणजीत सिंह राणा, पूर्व मंत्री के भाई