नगर पर्षद ने लगवा दिया सड़क पर सब्जी बाजार, लग रहा जाम
लापरवाही. आठ वर्षों से सड़क पर सज रहीं दुकानें, वेंडिंग जोन बनाने की योजना फाइलों में गुम बक्सर : नगर पर्षद की जिम्मेवारी शहरवासियों को सुविधाएं देना है, लेकिन यहां तो नगर पर्षद ने ही कार्यालय के सामने सब्जी बाजार लगवाकर सड़क पर अतिक्रमण करवा दिया है. नगर पर्षद कार्यालय के नाक के नीचे सड़क […]
लापरवाही. आठ वर्षों से सड़क पर सज रहीं दुकानें, वेंडिंग जोन बनाने की योजना फाइलों में गुम
बक्सर : नगर पर्षद की जिम्मेवारी शहरवासियों को सुविधाएं देना है, लेकिन यहां तो नगर पर्षद ने ही कार्यालय के सामने सब्जी बाजार लगवाकर सड़क पर अतिक्रमण करवा दिया है. नगर पर्षद कार्यालय के नाक के नीचे सड़क पर लगनेवाले अवैध सब्जी बाजार से प्राय: सड़क पर जाम की समस्या उत्पन्न होती है. वहीं, प्रशासन इस अतिक्रमण से निबटने में खुद को बेबस महसूस कर रहा है. फुटपाथी दुकानदारों द्वारा सड़क की दोनों तरफ सुबह सात बजे से देर शाम तक अस्थायी दुकानें सजती हैं.
कई दुकानों को तो दुकानदारों ने स्थायित्व का रूप देना भी शुरू कर दिया है. इस वजह से नगर पर्षद कार्यालय के सामने से बड़ी मसजिद तक की सड़क दुकानदारों के कब्जे में रहती है, जिससे सत्यदेवगंज सड़क पर प्राय: जाम की समस्या बनी रहती है. हालांकि, इसका खामियाजा कभी-कभार दुकानदारों को भी भुगतना पड़ता है. अांबेडकर सब्जी बाजार का आलम यह है कि 17 वर्षों में बाजार लगाने के लिए स्थायी जमीन नहीं मिल सकी है. ऐसे में फुटपाथी दुकानदार सड़क किनारे जान जोखिम में डालकर दुकानें लगाने को मजबूर हैं. जबकि, प्रत्येक वर्ष इन दुकानदारों से नगर पर्षद लाखों रुपये राजस्व की वसूली करता है. बावजूद इसके आज तक बाजार लगाने के लिए स्थल चयन के बावजूद दुकानों को फुटपाथ से हटाने में असफल साबित हो रहा है.
मंडी में नगर पर्षद कार्यालय, सड़क पर दुकानदार : सब्जी दुकानदारों ने बताया तत्कालीन जिलाधिकारी दीपक कुमार के समय में वर्ष 1994 में हेड पोस्टआॅफिस के पास भगत सिंह चौराहे को अतिक्रमणमुक्त करने के लिए सब्जी व्यवसायियों को हटाकर ताड़का नाला के दक्षिणी क्षेत्र में बाजार लगाने की कवायद की गयी, लेकिन किसी अपरिहार्य कारणों से उक्त बाजार को सत्यदेवगंज स्थित खादान में लगाया गया था, जहां चौदह वर्षों तक बाजार लगा. लेकिन, उक्त स्थान पर वर्ष 2009 में नगर पर्षद द्वारा सब्जी दुकानदारों को जबरन हटा दिया गया, जिससे दुकानदार सड़क पर आ गये. इस संबंध में दुकानदार न्यायालय का भी सहारा लिये, लेकिन स्थिति यथावत बनी रही. दुकानदारों को दुकान लगाने के लिए स्थायी स्थान नहीं मिल सका. जबकि, प्रतिवर्ष इन फुटपाथी दुकानदारों से नगर पर्षद करीब दो लाख रुपये का राजस्व वसूली करता है. बावजूद इसके दुकानदार सड़क किनारे धूल फांकने को मजबूर हैं.
वेंडिंग जोन बनाने की योजना कागज में गुम : शहरी आजीविका मिशन के तहत नगर पर्षद की खाली पड़ी जमीन पर वेंडिंग जोन बनाना है. इसकी अनुशंसा शहरी आजीविका मिशन के पदाधिकारियों ने वर्ष, 2016 में ही कर दी थी. वेंडिंग जोन मार्च, 2017 तक बन जाना था. इसके लिए नगर पर्षद के पूरब स्थित खाली जमीन का चयन किया गया था, जहां वर्ष 2011 में खदान के नाम से अधिसूचित जमीन के गड्ढे को भरवाया गया था. कई मीट-मुरमगा के दुकानदारों को जमीन का आवंटन भी हुआ है, लेकिन दुर्भाग्य यह है कि अब तक वेंडिंग जोन का प्रारूप और प्राक्कलन भी नहीं बन पाया है, जिसकी जिम्मेवारी नगर पर्षद बक्सर की है. ऐसे में अांबेडकर सब्जी मंडी के सब्जी विक्रेता सड़क किनारे सब्जी बेचने को विवश हैं.
जल्द ही वेंडिंग जोन का होगा निर्माण
फुटपाथी दुकानदारों को स्थायी दुकान लगाने के लिए नगर पर्षद कार्यालय के पूर्वी क्षेत्र में वेंडिंग जोन निर्माण कार्य की योजना बनायी गयी है, जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए दुकानदारों को स्थानांतरित करने का कवायद की जायेगी.
राजीव कुमार सिंह, कार्यपालक पदाधिकारी, नप बक्सर