डुमरांव: चोटी काटे जाने की इस रहस्यमयी घटना से बिहार के बक्सर जिला के डुमरांव अनुमंडल के कई गांव अक्रांत है. बुधवार को चोटी कटवा के आतंक ने चिलहरी व अदफा गांव में दस्तक दी. तेजी से पांव पसार रहीं इस घटना से गांव में अफरा-तफरी मच गयी. नया भोजपुर ओपी थाना के चिलहरी गांव के पश्चिम टोला निवासी अजय राय उर्फ सरल राय की पुत्री नेहा इस आंतक की शिकार बनी. नेहा उनके भाई के साथ घर के कमरे में सोयी थी. सोयी अवस्था में इसकी बाल कट गयी.
परिजनों ने बताया कि जब नेहा करीब दिन के 12ः30 में सोकर उठी तो देखा की बाल कटकर बिस्तर पर पड़े है. यह देखते ही नेहा बेहोश होकर गिर पड़ी. परिजनों ने काफी मशक्कत के बाद होश में लाया. घटना की खबर जैसे ही ग्रामीणों को मिली गांव में अफरातफरी मच गया. वहीं कोरानसराय थाना क्षेत्र के कनझरूआं पंचायत स्थित अदफा गांव में भी बुधवार को दो घरों में आंतक का महौल बन गया. गांव के उमाशंकर पासवान की 15 वषीय पुत्री प्रीति कुमारी और हरेन्द्र रजक की 14 वर्षीय पुत्री खुशी कुमारी की सोयी अवस्था के दौरान बाल कट गये. गांवों में तेजी से बढ़ रहे ऐसी घटनाओं पर ग्रामीण हतप्रभ है.
मनोवैज्ञानिक का सुझाव
वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के पूर्व मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डाॅ. एमएच मंजर ने कहां कि ऐसे मामलें में लोगों को अंधविश्वास एवं जादू-टोना की ओर ध्यान न देकर दूसरी ओर में पड़ताल करनी चाहिए, ऐसा कुछ नहीं है सिर्फ मन का भ्रम है. डाॅ. मंजर ने दावा किया कि इस मामले में परेशान करने वाले तत्वों की कारनामें या फिर कोई कीड़े मकोडें के काटने का मामला उजागर हो सकता है.