VIDEO : बक्सर में एक युवा सार्वजनिक सहयोग से बना रहा है गंगा को निर्मल, अभियान के 150 सप्ताह पूरे
बक्सर : कहते हैं कि दृढ़ इच्छाशक्ति के सामने लक्ष्य का बड़ा से बड़ा पहाड़ धराशायी हो जाता है. बक्सर के एक युवक ने कुछ ऐसा ही कर दिखाया है. हालांकि, उसकी यह पवित्रता के साथ शुरू हुई सार्थक पहल लगातार जारी है, लेकिन जो परिणाम आया है, वह आम लोगों को भी प्रसन्नता से […]
बक्सर : कहते हैं कि दृढ़ इच्छाशक्ति के सामने लक्ष्य का बड़ा से बड़ा पहाड़ धराशायी हो जाता है. बक्सर के एक युवक ने कुछ ऐसा ही कर दिखाया है. हालांकि, उसकी यह पवित्रता के साथ शुरू हुई सार्थक पहल लगातार जारी है, लेकिन जो परिणाम आया है, वह आम लोगों को भी प्रसन्नता से भर देने वाला है. जी हां, बक्सर के एक युवा सौरभ तिवारी ने अपने व्यवहार कुशल और विनम्र व्यवहार से लोगों को अपने साथ जोड़कर गंगा को निर्मल बनाने के अभियान में जुटा है. कल तक बक्सर जिले से होकर गुजरने वाली गंगा की घाटों पर गंदगी का अंबार रहता था, आज दृश्य ऐसा है कि इसकी मनोरम छवि लोगों का मन मोह रही है. बक्सर शहर से सटे जो घाट शाम होते ही वीरान पड़ जाते थे, अब वहां देर शाम तक भक्ति और गंगा आरती का संगम देखने को मिल रहा है.
अविरल गंगा निर्मल गंगा के लक्ष्य को ध्यान में रखकर गंगा स्वच्छता अभियान ने बक्सर में 150 सप्ताह पूरे कर लिए. यह अभियान इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसे लक्ष्य को अंजाम तक पहुंचाने में बक्सर के युवाओं की अहम भूमिका रही है. युवाओं द्वारा गंगा सफाई अभियान के 150 सप्ताह पूरे होने पर गंगा घाट तट के रामरेखा घाट पर गंगा महाआरती का भव्य आयोजन किया गया. महाआरती और मंत्रोचारण के बीच गंगा तट पर यह खूबसूरत नजारा है देखते ही बन रहा था. गंगा आरती में शहर के तमाम लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और मां गंगा की स्तुति की. एक वक्त था जब गंगा सफाई अभियान को लेकर कई खबरें और कई तस्वीरें उभर कर सामने आईं, लेकिन बक्सर के युवाओं ने जो किया, वह वाकई इस लक्ष्य के लिए वरदान से कम नहीं है. गौरतलब है कि छात्र नेता और समाजसेवी सौरभ तिवारी के नेतृत्व में बक्सर में गंगा सफाई अभियान ने कभी रुकने का नाम नहीं लिया और निरंतर इसे आगे बढ़ाते रहे. बक्सर के युवाओं ने गंगा सफाई अभियान में एक मिसाल पेश की है.
हालांकि यह भी उतना ही सत्य है कि इस अभियान में इस युवा को शहर के आम खास हर तरह के लोगों का सहयोग मिला. अभियान के 150 सप्ताह पूरा होने के बाद इन युवाओं में काफी उत्साह देखने को मिला और इस उत्साह की घड़ी में गंगा आरती के बहाने सभी लोगों ने एक साथ मिलकर एक बार फिर से इस अभियान को निरंतर बनाये रखने और लक्ष्य की प्राप्ति करने का संकल्प लिया. सौरभ की इस पहल को स्थानीय जनप्रतिनिधि भी सराहना करते हैं. सौरभ ने नि:स्वार्थ भाव से एक ऐसे लक्ष्य की ओर अपने कदम बढ़ाया था, जिसकी ओर केंद्र सरकार भी बढ़ा चुकी है. केंद्र सरकार अपने लक्ष्य में कितना सफल हो रही है, यह तो जमीनी स्तर पर अभी पता नहीं चल पा रहा है, लेकिन सौरभ के प्रयास ने आम लोगों का मन मोह लिया है.
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