जैविक खाद के उपयोग पर मिलेगा 50 फीसदी अनुदान

बक्सर : खेतों में जैविक खाद का उपयोग करने पर किसानों को 50 फीसदी अनुदान मिलेगा. खेतों में अंधाधुंध हो रहे रासायनिक खाद के प्रयोग से जमीन की उर्वरा शक्ति दिन प्रतिदिन कमजोर होती जा रही है. इसका फसलों के उत्पादन पर असर पड़ रहा है. जैविक खाद के प्रयोग करने से मिट्टी की उर्वरा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 5, 2017 4:16 AM
बक्सर : खेतों में जैविक खाद का उपयोग करने पर किसानों को 50 फीसदी अनुदान मिलेगा. खेतों में अंधाधुंध हो रहे रासायनिक खाद के प्रयोग से जमीन की उर्वरा शक्ति दिन प्रतिदिन कमजोर होती जा रही है. इसका फसलों के उत्पादन पर असर पड़ रहा है. जैविक खाद के प्रयोग करने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति बनी रहती है. ऐसे में कम लागत में किसान अच्छी उत्पादन कर सकते हैं.
रासायनिक खाद की अपेक्षा कंपोस्ट व जैविक खाद सस्ता व कारगर है. कम लागत पर अधिक उपज किसान कर सकते हैं. रासायनिक खाद के उपयोग आने वाले दिनों में काफी कम हो जायेगा. जिससे खेतों की उर्वरा शक्ति ठीक रहेगी. किसानों को दुकान से वोटर आइडी कार्ड या आधार कार्ड पर स्थानीय कृषि सलाहकार से हस्ताक्षर कर बैंक खाते की फोटो कॉपी दुकानदार को देने पर खरीदी गयी जैविक खाद पर 50 फीसदी अनुदान की राशि किसान के खाते में आरटीजीएस के माध्यम से चली जायेगी.
कम लागत में होगा अच्छा उत्पादन
रासायनिक खाद की जगह जैविक खाद किसानों के लिए काफी फायदेमंद है. जहां रासायनिक खाद के लिए किसानों को एक मोटी रकम खर्च करनी पड़ती है. वहीं जैविक खाद खरीदने पर रकम भी आधी लगेगी. जैविक खाद का उपयोग करने वाले किसानों को सरकार अनुदान भी दे रही है. फसल की उत्पादन क्षमता पर भी इसका कोई असर नहीं पड़ेगा. बल्कि खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ने के साथ फसल की उत्पादन क्षमता भी बढ़ेगी. जिला कृषि पदाधिकारी रणवीर सिंह ने बताया कि किसान ज्यादा से ज्यादा खेतों में जैविक खादों का उपयोग करें. उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं कृषि सलाहकार को निर्देश दे दिया गया है.
24 घंटे के अंदर खाते में मिलेगी अनुदान की राशि
जैविक खाद के उपयोग करने पर सरकार द्वारा 50 फीसदी अनुदान दिया जा रहा है. इसके लिए किसान को जिस दुकान से खाद खरीद रहे हैं. उस दुकानदार को बैंक पासबुक की छायाप्रति और आधार कार्ड दे दें. दुकानदार द्वारा उसे कृषि सलाहकार के माध्यम से प्रखंड कृषि पदाधिकारी को दिया जायेगा. इसके बाद 24 घंटे के अंदर अनुदान की राशि किसान के खाते में आरटीजीएस के माध्यम से दे दी जायेगी.

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