मुर्गीपालन के लिए बिना ब्याज के मिलेगा कर्ज

बक्सर : अगर आप बेरोजगार हैं, तो चिंता की कोई बात नहीं है. आपको रोजगार देने के लिए राज्य सरकार कई योजनाएं चला रही हैं. ऐसे में उद्यमिता विकास एवं कुक्कुट पालन विभाग मुर्गीपालन के लिए बेरोजगारों को ऋण मुहैया करायेगा. यह ऋण ब्याज मुक्त होगा. साथ ही जमीन पर लगनेवाले स्टांप टैक्स में भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 17, 2017 1:34 PM
बक्सर : अगर आप बेरोजगार हैं, तो चिंता की कोई बात नहीं है. आपको रोजगार देने के लिए राज्य सरकार कई योजनाएं चला रही हैं. ऐसे में उद्यमिता विकास एवं कुक्कुट पालन विभाग मुर्गीपालन के लिए बेरोजगारों को ऋण मुहैया करायेगा.
यह ऋण ब्याज मुक्त होगा. साथ ही जमीन पर लगनेवाले स्टांप टैक्स में भी छूट मिलेगी. हालांकि यह छूट जिले में किसी एक ही व्यक्ति को दी जायेगी. यह प्रोजेक्ट एक करोड़ 80 लाख तक का है, जिसमें एक करोड़ 26 लाख रुपये का फाइनेंस बैंक करेगा. शेष 54 लाख रुपये लाभार्थी को लगाना होगा. यह राशि पांच सालों के लिए ब्याज मुक्त होगी. इसके अलावा तीन एकड़ जमीन की स्टांप ड्यूटी में 100 फीसदी छूट दी जायेगी. यह कोई भी व्यक्ति ले सकता है. पॉल्ट्री फार्म खोलकर बेरोजगार अपना कैरियर बना सकते हैं. इसमें लागत के अनुरूप मुनाफा ज्यादा है, जहां आप कम समय में अच्छी आमदनी कर सकते हैं.
कैसे करें मुर्गीपालन
मुर्गीपालन के लिए विभाग द्वारा ट्रेनिंग दी जाती है. जिस जगह पर पॉल्ट्री फार्म खोलना है, वह जगह समतल और कुछ ऊंचाई पर हो, ताकि बारिश का पानी फार्म में जमा न हो सके. इस बात का खास ध्यान रखना होगा कि सड़क से ज्यादा दूरी पर न हो, ताकि अत्यधिक भाड़ा का वहन न करना पड़े. पॉल्ट्री फार्म में बिजली, पानी व हवा की सुविधा हर वक्त मौजूद रहे. इसके साथ ही सबसे अहम बात यह है कि बाजार नजदीक में होना चाहिए, जहां आसानी से मुर्गियों को बेचा जा सके.
जिले के युवा अगर मुर्गीपालन के क्षेत्र में अपने कैरियर की शुरुआत करना चाहते हैं, तो राज्य सरकार कई तरह की योजनाएं चला रही हैं. इनमें से एक योजना मुर्गीपालन भी है. इसके लिए विभाग द्वारा बिना ब्याज के बैंकों से ऋण उपलब्ध कराया जाता है. एससी, एसटी और बीपीएल परिवार के लोगों को 50 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है.
जयप्रकाश नारायण, पशुपालन पदाधिकारी
पॉल्ट्री फार्म के लिए ऐसे करें शेड का निर्माण
फार्म बनाने में शेड का निर्माण करते वक्त कुछ बातों का खास ध्यान रखना होगा. शेड हमेशा पूरब-पश्चिम दिशा में होना चाहिए. शेड की जाली वाला साइड उत्तर-दक्षिण में होना चाहिए, जिससे हवा सही रूप से शेड के अंदर आ सके.
शेड की चौड़ाई 30 से 35 फूट तथा लंबाई जमीन के अनुसार रख सकते हैं. शेड का फर्श पक्का होना चाहिए. शेड के अंदर बिजली के बल्ब, मुर्गियों के दाने एवं पानी के बर्तन की उचित व्यवस्था होनी चाहिए.

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