बक्सर के युवक की चेन्नई में सड़क दुर्घटना में मौत

पिता ने चिट्ठी में लिखा गरीबी का दर्द, शव को रिश्तेदारों को सौंपने की कही बात बक्सर/नावानगर : नावानगर-सोनवर्षा ओपी के उसरा गांव निवासी प्रदीप कुमार शर्मा की सोमवार को चेन्नई में सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी थी. जैसे ही इसकी सूचना प्रदीप के परिजनों को मिली. घर में कोहराम मच गया. शव लेने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 3, 2018 12:56 AM

पिता ने चिट्ठी में लिखा गरीबी का दर्द, शव को रिश्तेदारों को सौंपने की कही बात

बक्सर/नावानगर : नावानगर-सोनवर्षा ओपी के उसरा गांव निवासी प्रदीप कुमार शर्मा की सोमवार को चेन्नई में सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी थी. जैसे ही इसकी सूचना प्रदीप के परिजनों को मिली. घर में कोहराम मच गया. शव लेने के लिए वहां से जब फोन किया गया तो प्रदीप कुमार शर्मा के पिता उमाशंकर ने ईमेल के द्वारा एक पत्र भेज कर शव को अपने परिजनों को देने की बात कही. उमाशंकर की लिखी चिट्ठी को पढ़नी चाहिए, जो अपने बेटे के शव को लेने के लिए चेन्नई जाने तक का उनके पास पैसा नहीं है. चिट्ठी में उन्होंने अपने रिश्तेदारों को बेटे का शव सौंपने की गुहार लगायी है. उन्होंने लिखा है कि मेरे पास पैसा नहीं है कि मैं वहां आकर अपने बेटे का शव ले जा सकूं. उन्होंने अपने रिश्तेदार रमेश शर्मा को सौंपने की बात कही है.
गरीबी दूर करने के लिए चेन्नई पहुंचा था प्रदीप, आयी मौत की खबर : प्रदीप कुमार शर्मा घर की माली हालत सुधारने के लिए एक माह पहले चेन्नई गया था. वहां के स्टील प्लांट में मजदूरी का काम करता था. सोमवार की देर शाम प्लांट से कार्य कर अपने घर लौट रहा था. इसी दौरान बोलेरो की चपेट में आने से उसकी मौत हो गयी. इस घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है. उमाशंकर ने रोते-रोते बताया कि बेटा एक माह पहले ही चेन्नई गया था. सोमवार की सुबह जब उससे बात हुई तो होली में घर आने की बात कह रहा था. वहीं प्रदीप की मां गीता देवी का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है.
साल का पहला दिन बन गया काल : 2018 की पहली सुबह उमाशंकर शर्मा के परिवार के लिए काला दिन साबित हुआ. जिस बेटे के सहारे गरीबी को दूर करने का सपना देख रहे थे. उसी बेटे की मौत की खबर ने पूरी तरह से हिलाकर रख दिया. इस घटना से परिवार समेत पूरे गांव में सन्नटा पसरा हुआ है.

Next Article

Exit mobile version