चोरी की योजना बनाते दो गिरफ्तार

बक्सर : जीआरपी थाना की पुलिस ने चोरी की योजना बनाते दो युवक को गिरफ्तार किया है. साथ ही चोरी में प्रयोग होने वाली सामान को भी बरामद किया है. पुलिस ने दोनों के पास से ब्लेड के टुकड़े, पांच सिम कार्ड, फाइटर और चाबी का गुच्छा बरामद किया है. फिलहाल पुलिस दोनों युवकों से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 1, 2018 1:08 AM

बक्सर : जीआरपी थाना की पुलिस ने चोरी की योजना बनाते दो युवक को गिरफ्तार किया है. साथ ही चोरी में प्रयोग होने वाली सामान को भी बरामद किया है. पुलिस ने दोनों के पास से ब्लेड के टुकड़े, पांच सिम कार्ड, फाइटर और चाबी का गुच्छा बरामद किया है. फिलहाल पुलिस दोनों युवकों से पूछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी को लेकर लगी है.

वहीं पुलिस दोनों की कुंडली खंगालने को लेकर जिले के सभी थानों से संपर्क कर रही है. पुलिस को शक है कि दोनों पहले भी चोरी की घटना को अंजाम दे चुके हैं. दोनों गिरफ्तार युवक मुरार थाना क्षेत्र के गिरिधर बरांव गांव के अजय यादव और शहर के कोईपुरवा का रहने वाला राजू अंसारी बताये जाते हैं. जीआरपी थानाध्यक्ष कमलेश कुमार राय ने बताया कि गुरुवार की रात जीआरपी के जवान स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर ड्यूटी कर रहे थे. इस बीच पुलिस वालों ने देखा कि दो लोग अंधेर में बाते कर रहे हैं. पुलिस जब दोनों के पास गयी तो दोनों भागने लगे. पुलिस ने दोनों का पीछा कर पकड़ लिया. जब पुलिस ने दोनों की तलाशी ली तो दोनों के पास से ब्लेड का टुकड़ा, पांच सिम कार्ड, चाबी का गुच्छा बरामद हुआ.

वहीं पुलिस दोनों को पकड़ कर थाने लायी और दोनों से पूछताछ कर अन्य साथियों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी शुरू कर दी. उन्होंने बताया कि फिलहाल दोनों से पूछताछ की जा रही है. दोनों की कुंडली खंगालने के लिए जिले के सभी थानों से संपर्क किया जा रहा है. साथ ही मामले की जांच की जा रही है.

बहुत जल्द इस गिरोह के सभी सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया जाये.
बिगड़ती दिनचर्या से एनीमिया का खतरा
जिले में आधे से अधिक लोक खून की कमी से जूझ रहे हैं जिसमें ज्यादातर महिलाएं वह बच्चे शामिल हैं. गर्भधारण करने वाली महिलाएं अपने खान-पान पर ज्यादा ध्यान नहीं देती हैं., जिसके कारण उन लोगों में खून की कमी होती है. गर्भधारण करने वाली महिलाओं को चाहिए कि हर समय समय पर अपने खून की जांच कराएं. वहीं बच्चों में खून की कमी का कारण फास्ट फूड के प्रति रुझान के चलते हो रहा है. अभिभावकों को चाहिए कि बच्चों को फास्ट फूड से दूर रखें.
बक्सर : जिले की आबादी के आधे से आधे से अधिक लोग खून की कमी से जूझ रहे हैं. अगर अस्पताल के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो उपचार के लिए अस्पताल में आने वाले हर एक मरीज के बाद दूसरा मरीज एनीमिया से जूझ रहे हैं. सर्वाधिक खून की कमी महिलाओं में देखा जा रहा है. सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों में आने वाले सिजेरियन केस कि केवल खून की कमी के कारण दो चार दिनों के लिए ऑपरेशन करने के लिए टाल दिये जाते हैं. अगर आवश्यकता पड़ी तो खून चढ़ाने के बाद ही ऑपरेशन या प्रसव कार्य किया जाता है. चिकित्सकों की मानें तो एनीमिया की कमी उन लोगों में ज्यादा दिख रही है जो खान-पान पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे अस्पताल चिकित्सकों का कहना है कि खासकर महिलाएं गर्भधारण के बाद अपने खून की जांच कराना अति आवश्यक है.
खून की जांच नहीं कराने के कारण डिलिवरी के समय काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. खून की कमी से जच्चा एवं बच्चा दोनों प्रभावित होते हैं. चिकित्सकों की मानें तो शरीर में लौह तत्व की मात्रा शरीर के वजन के हिसाब से 3 से 5 ग्राम के बीच होती है. जब यह कम हो जाती है तो शरीर में खून बनने में कम हो जाते हैं.
अस्पताल में नहीं है दवा: सदर अस्पताल में खून बढ़ाने के लिए महिलाओं को दी जाने वाली आयरन की गोली एवं वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. जबकि आउटडोर में 200 से ढाई सौ महिलाएं हर रोज अस्पताल में अपना उपचार कराने के लिए आती है, जिसमें ज्यादा महिलाओं में खून की कमी पायी जाती है. हालांकि अस्पताल में पहले आयरन की गोलियां उपलब्ध रहती थी, लेकिन फिलहाल कई सालों से आयरन की गोली अस्पताल में उपलब्ध नहीं होने से महिलाओं को बाहर की दवा दुकानों से आयरन की गोलियां वह भायल लेनी पड़ती है.
ये हैं एनीमिया के लक्षण: हर समय थकान महसूस होना उठने बैठने में चक्कर आना त्वचा एवं आंखों में पीलापन दिल की असामान्य धड़कन श्वास लेने में तकलीफ होना व हथेलियों का ठंडा होना.
शरीर में आयरन की जरूरतों को पूरा करने के लिए खाने में चुकंदर गाजर टमाटर हरी सब्जी शामिल करें घर में सब्जी लोहे की कढ़ाई में बनाए गुड़ व चने का एक साथ इस्तेमाल करें.

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