सिग्नल लाल कर ट्रेन में करते थे लूट, अब चढ़े आरपीएफ के हत्थे

बक्सर : बक्सर आरपीएफ को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. आरपीएफ ने सिग्नल लाल कर ट्रेनों में लूट की घटना को अंजाम देने वाले दो लुटेरों को गिरफ्तार किया है. आरपीएफ ने दोनों के पास से लूट और चोरी की सामान भी बरामद किया है. आरपीएफ दोनों लुटेरों से पूछताछ कर उनके अन्य साथियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 22, 2018 3:34 PM

बक्सर : बक्सर आरपीएफ को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. आरपीएफ ने सिग्नल लाल कर ट्रेनों में लूट की घटना को अंजाम देने वाले दो लुटेरों को गिरफ्तार किया है. आरपीएफ ने दोनों के पास से लूट और चोरी की सामान भी बरामद किया है. आरपीएफ दोनों लुटेरों से पूछताछ कर उनके अन्य साथियों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है. साथ ही मामले की जांच कर रही है. आरपीएफ दोनों गिरफ्तार अपराधियों की कुंडली भी खंगालने में जुट गयी है. दोनों गिरफ्तार लुटेरे ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर के नेटुआ टोली का रहने वाला पचन नटर और रघुनाथपुर का रहने वाला शत्रुघ्न मुसहर है.

बताया जाता है कि आरपीएफ पोस्ट पर तैनात आरक्षी शैलेश कुमार ओझा, प्रेम कुमार और डुमरांव प्रधान आरक्षी तेजनारायण सिंह के साथ शुक्रवार की रात करीब दो बजे ट्रैको की निगरानी के रघुनाथपुर पहुंचे. सभी अधिकारी पैदल पूर्वी छोर पर स्थित सिग्नल की तरफ निकले. जहां अधिकारियों ने देखा कि दो लोग सिर पर सफेद रंग का झोला लेकर आ रहे हैं. जब दोनों को रुकने के लिए कहा गया तो पुलिस को देखते ही दोनों भागने लगे. इसके बाद आरपीएफ के जवानों ने दोनों का पीछा कर पकड़ लिया. पुलिस ने जब दोनों से पूछताछ किया तो दोनों ने अपना नाम पचन नट और शत्रुध्न मुसहर बताया. पुलिस ने जब दोनों की तलाशी ली तो पचन नट के झोले से 15 पेन्ड्राल बरामद और शत्रुध्न मुसहर के पास से 17 पेन्ड्राल बरामद हुआ. पुलिस ने जब दोनों से पूछताछ किया तो दोनों ने बताया कि पेन्ड्राल की चोरी कर उसे फेरी वालों के बेच देते हैं. जो भी पैसा मिलता है उससे घर का खर्च चलता है.

आरपीएफ सीनियर कमांडेंट चन्द्रमोहन मिश्रा ने बताया कि दो लोगों को सिग्नल का तार काटकर ट्रेन में लूट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. दोनों के पास से रेलवे का कुछ सामान बरामद हुआ है. फिलहाल दोनों से पूछताछ की जा रही है. उन्होंने बताया कि उनके अन्य साथियों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है.

बता दें कि 19 सितंबर की रात डुमरांव में सिग्नल लाल कर पटना-अजिमाबाद एक्सप्रेस में अपराधियों ने लूट की घटना को अंजाम दिया था. साथ ही पटना-कुर्ला एक्सप्रेस में भी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे, लेकिन एस्कार्ट पार्टी की तत्परता के चलते लूट का अंजाम नहीं दे सके. इसके बाद अपराधियों ने एस्कार्ट पार्टी पर पथराव भी किया था. उससे पहले अपराधियों ने 17 सितंबर की रात बरुना स्टेशन पर सिग्नल लाल कर दिया था. उस मामले में आरपीएफ ने एक अपराधी कामोद राम को गिरफ्तार भी कर लिया था. वहीं आरपीएफ ने 25 अगस्त की रात सिग्नल तार काट कर भाग रहे एक अपराधी शिवकुमार नट को पेन्ड्राल के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. दोनों गिरफ्तार अपराधी एक बार पहले भी जेल जा चुके हैं

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