लंदन के ब्रूनेल विवि में बक्सर के मानवेंदु अव्वल, लंदन में ही रहते हैं परिवार के 14 सदस्य

बक्सर : अगर दृढ़ इच्छा शक्ति हो, तो हर मुकाम हासिल की जा सकती है. बक्सर के मानवेंदु ने यह कर दिखाया है. ब्रह्मपुर प्रखंड के रहथुआ निवासी मानवेंदु पांडेय ने लंदन स्थित ब्रूनेल यूनिवर्सिटी में मास्टर आॅफ इंटरनेशनल बिजनेस में प्रथम स्थान प्राप्त कर देश के साथ-साथ बिहार का भी नाम रोशन किया है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 17, 2018 8:50 AM
बक्सर : अगर दृढ़ इच्छा शक्ति हो, तो हर मुकाम हासिल की जा सकती है. बक्सर के मानवेंदु ने यह कर दिखाया है. ब्रह्मपुर प्रखंड के रहथुआ निवासी मानवेंदु पांडेय ने लंदन स्थित ब्रूनेल यूनिवर्सिटी में मास्टर आॅफ इंटरनेशनल बिजनेस में प्रथम स्थान प्राप्त कर देश के साथ-साथ बिहार का भी नाम रोशन किया है. इस सफलता पर ग्रामीणों एवं परिवार के सदस्यों में खुशी है.
ग्रामीण कहते हैं, गांव के बेटे का विदेश की धरती पर डंका बजाने से रहथुआ का नाम रोशन हुआ है. मानवेंदु की प्राथमिक शिक्षा बक्सर की रहथुआ में ही हुई. इसके बाद आठवीं तक की पढ़ाई इन्होंने मेरठ के दयावती मोदी अकादमी से की. रामजस कॉलेज, दिल्ली से 12वीं तक की पढ़ाई करने के बाद द नाॅर्थ कैप विवि से अर्थशास्त्र में स्नातक तक की पढ़ाई की. 2016 में यहां से स्नातक करने के बाद मानवेंदु ने लंदन की ब्रूनेल यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया.
यहां से इन्होंने इस साल मास्टर ऑफ इंटरनेशनल बिजनेस में अव्वल स्थान पाया है. लंदन के इस विवि में मास्टर ऑफ इंटरनेशनल बिजनेस कोर्स में दुनिया भर के 15 हजार छात्र-छात्राओं में मानवेंदु का अव्वल स्थान पाना देश के साथ बिहार के लिए भी गौरव की बात है. भारत के आठ छात्र इस संकाय में वहां नामांकित थे. 13 दिसंबर को विवि की ओर से एक समारोह आयोजित कर इन्हें सम्मानित किया गया है.
लंदन में रहते हैं परिवार के 14 सदस्य
बक्सर से लंदन तक की सफर के बारे में मानवेंदु के चाचा अरविंद पांडेय कहते हैं कि वह बचपन से ही काफी मेधावी रहा है. सभी कक्षाओं में लगन के साथ पढ़ाई कर अव्वल स्थान प्राप्त करता रहा है. इसी कारण मानवेंदु को यह सफलता मिली है. अरविंद बताते हैं कि मेरे पिता व मानवेंदु के दादा जी नारोत्तम पांडेय ने 1983 में बीबीसी लंदन की हिंदी सेवा में योगदान देना शुरू किया था. इनके परिवार के लगभग 14 सदस्य लंदन में रहते हैं. इस कारण भी मानवेंदु को वहां जाने और पढ़ाई करने में कोई परेशानी नहीं हुई.
पिता और भाई को है गर्व
दिल्ली में उप कृषि महानिदेशक के पद पर तैनात मानवेंदु के पिता पीएस पांडेय ने बताया कि मेरे दो बेटे हैं. दोनों लंदन में ही रहते हैं. बड़े बेटे ज्ञानेंदू ने ब्रूनेल यूनिवर्सिटी से ही बी-टेक किया है. मानवेंदु की सफलता पर मुझे गर्व है.
लंदन के ब्रिटिश टेलीकॉम में सीनियर इंजीनियर के पद तैनात ज्ञानेंदू अपने भाई की उपलब्धि पर काफी खुश हैं. वेस्ट लंदन के साउथ फॉल इलाके में रहनेवाले ज्ञानेंदू ने टेलीफोनिक बातचीत में बताया कि 15000 छात्र-छात्राओं में मानवेंदु का सर्वोच्च स्थान पाना हम सब के लिए काफी खुशी की बात है.

Next Article

Exit mobile version