बक्सर : सदर अस्पताल में लोगों को ”दीदी” की रसोई से प्राप्त होगा गुणवत्तापूर्ण शुद्ध भोजन
बक्सर : सदर अस्पताल में आने वाले लोगों को अब स्वच्छ, पौष्टिक एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन दीदी की रसोई के माध्यम से उपलब्ध करायी जायेगी. कम कीमत में स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराना एक बड़ी चुनौती है. इस चुनौती को स्वीकार करते हुए जीविका से संपोषित स्वयं सहायता समूह की दीदियों ने इस दिशा में कदम रखा […]
बक्सर : सदर अस्पताल में आने वाले लोगों को अब स्वच्छ, पौष्टिक एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन दीदी की रसोई के माध्यम से उपलब्ध करायी जायेगी. कम कीमत में स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराना एक बड़ी चुनौती है. इस चुनौती को स्वीकार करते हुए जीविका से संपोषित स्वयं सहायता समूह की दीदियों ने इस दिशा में कदम रखा है.
जीविका दीदियों ने सबके लिए शुद्ध एवं पौष्टिक भोजन परोसने की पहल की है. हिम्मत जीविका महिला ग्राम संगठन बक्सर ने दीदी की रसोई का केरल के कुदुम्ब श्री के तकनीक सहयोग से स्थापना की है.
दीदी की रसोई के माध्यम से बक्सर जिले के सदर अस्पताल में भी लोगों को स्वच्छ, पौष्टिक एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्धता की सार्थक शुरुआत जिलाधिकारी द्वारा उद्घाटन के साथ ही शुरू हो जाएगा. उचित मूल्य पर घर जैसा भोजन एक तरफ जहां लोगों को शुद्ध भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित करायेगा.
सदस्यों ने काम का केरल से प्राप्त किया है प्रशिक्षण
दीदी की रसोई का शुभारंभ आज गुरुवार को सदर अस्पताल बक्सर में होगा. इसको लेकर विभागीय कार्रवाई पूरी कर ली गयी है. इस कार्यक्रम का उद्घाटन जिला पदाधिकारी राघवेंद्र सिंह के द्वारा किया जायेगा. अस्पतालों में खाना उपलब्ध करने के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति व जीविका के बीच एमओयू हुआ है.
इसका मुख्य उद्देश्य सरकारी अस्पतालों में खाना में गुणात्मक सुधार लाना एवं जीविका के स्वयं सहायता समूह के महिलाओं को सशक्त करना एवं आर्थिक स्वावलंबी बनाना है. इसके तहत स्वास्थ्य विभाग के द्वारा ग्राम संगठन, जीविका को अस्पताल परिसर में कीचन एवं कैंटीन स्थापित करने के लिए जगह उपलब्ध कराया है. इसी कैंटीन को दीदी का रसोई नाम दिया गया है.
जहां जीविका का ग्राम संगठन स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित दर पर आगंतुकों को सुबह का नाश्ता-चाय, दिन का खाना, शाम को नाश्ता एवं रात का खाना देगा. अरुण कुमार, जिला परियोजना प्रबंधक, जीविका ने बताया कि इस महत्वपूर्ण गतिविधि के सफल संचालन में जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग एवं जिला स्वास्थ्य समिति बक्सर का भी पूर्ण सहयोग है. वहीं इसके संचालन के लिए चयनित जीविका दीदियां केरल के कुदुम्ब श्री से दस दिनों के प्रशिक्षण प्राप्त कर ली है.