छह अप्रैल से शुरू होगा हिंदू नववर्ष विक्रम संवत
बक्सर : होलिका दहन के बाद हिंदू नववर्ष की शुरुआत हो जाती है. चैत्र शुक्ल प्रतिपदा 6 अप्रैल शनिवार से इस बार विक्रम संवत 2076 शुरू होगा. इस विक्रममीय संवत्सर का नाम परिधारी है. यह साठ संवत्सर में 46 वां है. चैत्र नवरात्र की शुरुआत भी इसी तिथि को होगी. ब्रह्म पुराण में वर्णित है […]
बक्सर : होलिका दहन के बाद हिंदू नववर्ष की शुरुआत हो जाती है. चैत्र शुक्ल प्रतिपदा 6 अप्रैल शनिवार से इस बार विक्रम संवत 2076 शुरू होगा. इस विक्रममीय संवत्सर का नाम परिधारी है. यह साठ संवत्सर में 46 वां है.
चैत्र नवरात्र की शुरुआत भी इसी तिथि को होगी. ब्रह्म पुराण में वर्णित है कि ब्रह्मा ने इसी तिथि को सृष्टि का निर्माण शुरू किया था. सृष्टि में अब तक एक अरब 95 करोड़ 58 लाख 85 हजार 111 वर्ष बीत चुके हैं. इस साल राजा शनि तथा सूर्य मंत्री है.
सूरज के मंत्री होने से पृथ्वी पर उनका भरपूर उत्पादन होगा. संसाधन सस्ती होगी. इस बार मां दुर्गा का आगमन घोड़े पर होगा जबकि विदाई भैंसे पर होगी. माता के आगमन से श्रद्धालुओं को मनचाहा वरदान और सिद्धि की प्राप्ति होगी. राजनीति में उथल पुथल देखी जायेगी.
शनि और शनि का संजोग
ज्योतिष के मुताबिक वर्ष के राजा शनि हैं और शनिवार से ही विक्रम संवत्सर शुरू हो रहा है. इस संयोग से आम जनता, भूगर्भ, न्यायपालिका आदि में सकारात्मक परिणाम मिलेंगे. वर्ष के विशेष शुक्र है जो शनि के मित्र हैं इससे अच्छी बारिश होगी.
9 अप्रैल को चैती छठ 13 को रामनवमी : हिंदू धर्म का सबसे बड़ा महापर्व रामनवमी 13 अप्रैल को है. वहीं चैती छठ 11 व 12 अप्रैल को है.चार दिवसीय छठ का अनुष्ठान 9 अप्रैल से नहाये खाये के साथ शुरू होगा.