पटना में मारे गये ट्रकचालक के घर पसरा मातमी सन्नाटा
राजपुर : प्रखंड के धनसोई थाना क्षेत्र के बन्नी गांव के रहने वाले ट्रक चालक तौहीद मीर उम्र 35 वर्ष पिता अलीशाह मीर को अपराधियों ने पटना के बिस्कोमान कॉलोनी में खड़े ट्रक के अंदर ही गोली मारकर हत्या कर दी है. इस घटना के बारे मृतक के भाई मनु ने जानकारी देते हुए बताया […]
राजपुर : प्रखंड के धनसोई थाना क्षेत्र के बन्नी गांव के रहने वाले ट्रक चालक तौहीद मीर उम्र 35 वर्ष पिता अलीशाह मीर को अपराधियों ने पटना के बिस्कोमान कॉलोनी में खड़े ट्रक के अंदर ही गोली मारकर हत्या कर दी है. इस घटना के बारे मृतक के भाई मनु ने जानकारी देते हुए बताया कि कई वर्ष से गांव के ही ट्रांसपोर्ट मालिक मीर मतीन मुंबई और गुजरात में गुलशन ट्रांसपोर्ट के नाम से अपनी कंपनी चलाते हैं, जिसमें यह ट्रक चलाने का काम करता था.
वह अक्सर मुंबई और गुजरात से विभिन्न कंपनियों के सामान को पटना लेकर आता था. इस बार भी वह कई दिन पहले गुजरात के वापी से एक ट्रक पर मोबिल (इंजन ऑयल) लेकर पटना के लिए चला था.
लम्ंबाे सफर में इस रास्ते से गुजरने के दौरान वह शनिवार को अपना ट्रक बक्सर-कोचस मुख्य मार्ग स्थित तियरा राय फियूलिंग सेंटर पर अपनी गाड़ी को खड़ा कर अपने परिवार वालों से मिलने के लिए बन्नी चला गया था. पुनः रविवार की देर शाम पांच बजे गांव के ही किसी लड़के ने इसे बाइक से तियरा गाड़ी के पास छोड़ा. जहां से यह संध्या छह बजे के लगभग अपनी गाड़ी लेकर पटना के लिए चल दिया.
लगभग 12 से एक बजे के आसपास वह पटना के बिस्कोमान कॉलोनी में पहुंच कर किसी सेवानिवृत जज राणा अभय सिंह के घर के समक्ष अपने ट्रक को खड़ा कर सो गया. इसके कुछ ही घंटे बाद लगभग दो बजे ट्रक मालिक के पास फोन आया कि उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गयी है. इसकी खबर घरवालों को मिलते ही घर में कोहराम मच गया.
भाई ने बताया पुरानी रंजिश में हो सकती है हत्या : इस घटना के बारे में पूछे जाने पर इसके भाई ने बताया कि गांव पर ही दूसरे व्यक्ति के साथ कई वर्षों से जमीन का विवाद चल रहा है. इस विवाद में न्यायालय में मुकदमा भी चल रहा है.
आशंका है कि घटना को अंजाम देने वाला व्यक्ति गांव से ही पीछे लग गया हो, क्योंकि हत्या के बाद ट्रक में सभी सामान सुरक्षित है. इसका मोबाइल और कुछ पैसे भी सुरक्षित हैं.
पत्नी और बच्चों का रोते रोते हुआ हाल बेहाल
अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए गांव छोड़कर लंबे सफर पर दिन रात रहकर मेहनत करने वाला तौहीद मीर अपने परिवार के लिए कमाऊ पुत्र था. मेहनत के बल पर यह अपने घर की माली हालत को सुधार रहा था. इसके तीन बेटे हैं जिसमें सबसे छोटा बेटा मात्र डेढ़ वर्ष का है. पत्नी रूबी खातून का रोते-रोते बुरा हाल है. पत्नी को चिंता है कि बेटों की परवरिश कौन करेगा.घटना के बाद पत्नी भी पटना चली गयी है. इस घटना के बाद गांव में भी मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है.