बक्सर : बायोमीटरिक सिस्टम से यात्रियों को ट्रेन की जनरल बोगी में मिलेगी सीट

शंशाक सिंह छोटू बक्सर : अब ट्रेनों के जनरल बोगी में यात्रा करने के लिए यात्रियों को धक्का-मुक्की और मारपीट करना नहीं पड़ेगा. जो पहले आयेगा वह पहले पायेगा के आधार पर रेलवे जनरल बोगी में सीट देगी. इसके लिए रेलवे ने हाजीपुर जोन में पहल शुरू कर दी है. बहुत जल्द आने वाले दिनों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 29, 2019 6:25 AM

शंशाक सिंह छोटू

बक्सर : अब ट्रेनों के जनरल बोगी में यात्रा करने के लिए यात्रियों को धक्का-मुक्की और मारपीट करना नहीं पड़ेगा. जो पहले आयेगा वह पहले पायेगा के आधार पर रेलवे जनरल बोगी में सीट देगी. इसके लिए रेलवे ने हाजीपुर जोन में पहल शुरू कर दी है.

बहुत जल्द आने वाले दिनों में हाजीपुर जोन में रेलवे यह सुविधा चालू कर देगी. रेलवे ने यह सुविधा अभी केवल मुंबई में शुरू की है. अगर सिस्टम ठीक रहा तो 15 अगस्त से हाजीपुर जोन में भी रेलवे चालू कर देगी. सिस्टम लागू होने से बायोमीट्रिक सिस्टम से गुजरने के बाद ही यात्री बोगी में सवार हो सकेंगे, जिसका जितना नंबर मिलेगा वह उसी तरह लाइन में चढ़ेगा.

रेलवे ने यात्रियों की तकलीफों को दूर करने के मद्देनजर आरपीएफ की ओर से यह पहल स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ संभालने में बेहद मददगार होगा. साथ ही यात्री ट्रेन में चढ़ने के लिए धक्का-मुक्की और मारपीट भी नहीं करेंगे. रेलवे ने यह सिस्टम फिलहाल मुंबई से चलकर लखनऊ को जाने वाली पुष्पक एक्सप्रेस में चालू किया है.

प्रारंभ के स्टेशन पर केवल मिलेगी यह सुविधा : रेलवे यह सुविधा जिस स्टेशन से ट्रेनों को खोला जायेगा केवल उसी ट्रेनों में मिलेगा. बीच के किसी स्टेशन पर यह सुविधा यात्रियों को नहीं मिलेगी. अगर कोई ट्रेन पटना से दिल्ली जाती है तो यात्रियों को केवल पटना में बायोमीट्रिक सिस्टम से जनरल बोगी में बैठाया जायेगा. इसके बाद ही वह खाली सीट पर बैठ पायेंगे.

पहले आओ-पहले पाओ के तर्ज पर मिलेगी सीट

रेलवे ने बायोमीटरिक सिस्टम से जो यात्री पहले आयेंगे रेलवे उनका मशीन में अंगुली लगाकर फिंगर प्रिंट लेगी. फिंगर प्रिंट लेने के बाद उन्हें एक स्लिप मिलेगा.

इस पर नंबर लिखा रहेगा, जब ट्रेन प्लेटफॉर्म पर आयेगी तब आरपीएफ के जवान जनरल बोगी के गेट पर एक मशीन लेकर जिसका नंबर पहले मिला होगा, उसको पहले घुसायेगी. साथ ही उस यात्री का एक बार फिर फिंगर प्रिंट लेगी. ताकि यह पता चल सके कि जिस यात्री ने पहले फिंगर प्रिंट दिया था, यह वही यात्री हैं या कोई दूसरा यात्री है.

बोगी की जितनी क्षमता होगी, उतनी ही मशीन फिंगर प्रिंट लेगी. इस प्रकाश पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर यात्रियों को आसानी से सीट मिल जायेगी. उन्हें सीट के लिए मारामारी करने की जरूरत नहीं करनी पड़ेगी. साथ ही देर से आने वाले यात्रियों को ट्रेन में चढ़ाया जायेगा, लेकिन उन्हें कोई सीट नहीं मिलेगी. यह सिस्टम बहुत जल्द हाजीपुर जोन में रेलवे शुरू करने वाली है.

कहते हैं अधिकारी : उम्मीद है कि 15 अगस्त तक हाजीपुर जोन में बायोमीटरिक सिस्टम लागू कर दी जायेगी. अभी केवल रेलवे मुंबई में यह सुविधा शुरू की है. बहुत जल्द यहां भी शुरू कर दी जायेगी. इसके शुरू होते ही यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी. साथ ही उन्हें अब धक्का-मुक्की नहीं करना पड़ेगा.

राजेश कुमार, सीपीआरओ, हाजीपुर जोन

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