पानी घटने से सड़ांध से बाढ़पीड़ित परेशान

चौसा : गंगा नदी में दस दिनों तक जल स्तर में वृद्धि के बाद क्षेत्र में बाढ़ के पानी का लंबे समय तक ठहराव के बाद घटने की रफ्तार अब तेज हो चली है. बाढ़ का पानी तेजी से घट रहा है. एक ओर जहां पानी का जलस्तर कम होने से लोग राहत की सांस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 26, 2019 6:07 AM

चौसा : गंगा नदी में दस दिनों तक जल स्तर में वृद्धि के बाद क्षेत्र में बाढ़ के पानी का लंबे समय तक ठहराव के बाद घटने की रफ्तार अब तेज हो चली है. बाढ़ का पानी तेजी से घट रहा है. एक ओर जहां पानी का जलस्तर कम होने से लोग राहत की सांस ले रहे हैं. वहीं दूसरी ओर बाढ़ प्रभावित इलाकों में संक्रमित बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ने लगा है.

गंगा व कर्मनाशा नदियों के तटवर्ती इलाकों के लोगों को बीमारियों से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है. गंगा का बढ़ाव कम होने से तबाही का खतरा तो टल गया परंतु अब लोगों की परेशानी बढ़ने की आशंका है. बाढ़ के पानी के साथ बहकर आयी गंदगी इकठ्ठा होकर सड़ने लगी है और उससे निकलने वाली सड़ांध से लोग परेशान होने लगे हैं.
बाढ़ का पानी घटने से उसने निकलने वाले सड़ांध से प्रभावित इलाकों में मच्छरजनित रोगों के अलावे पीलिया, टायफायड, डिहाइड्रेशन रोगों का खतरा मंडराने लगा है. ऐसे में प्रशासन द्वारा जल्द कीटनाशक दवाओं का छिड़काव नहीं किया गया तो समस्या और बढ़ सकती है. हालांकि अभी भी बनारपुर में रिलीफ कैंप चल रहा है. जहां पर करीब पांच सौ लोगों के लिए भोजन, स्वास्थ्य व्यवस्था व प्रभावित पशुपालकों के मवेशियों के लिए दवा की व्यवस्था है.

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