राशि आवंटन के बाद भी अधर में नल जल योजना
मृत्युंजय सिंह, बक्सर : सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री सात निश्चय कार्यक्रम में शामिल हर घर नल का जल योजना का हश्र देखना हो चले आइये बक्सर. यह योजना यहां ठंडे बस्ते में चली गयी है. हर घर नल का जल पहुंचाने की रफ्तार मंद पड़ गयी है. यही कारण है कि सूबे की सरकार की […]
मृत्युंजय सिंह, बक्सर : सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री सात निश्चय कार्यक्रम में शामिल हर घर नल का जल योजना का हश्र देखना हो चले आइये बक्सर. यह योजना यहां ठंडे बस्ते में चली गयी है. हर घर नल का जल पहुंचाने की रफ्तार मंद पड़ गयी है. यही कारण है कि सूबे की सरकार की पहली प्राथमिकता में शामिल योजना अधिकारियों की प्रभावी एवं सशक्त मॉनीटरिंग के अभाव में धरातल पर दम तोड़ रही है. वैसी बात भी नहीं है कि इस योजना के मद में आवंटन नहीं हुआ है.
पर्याप्त आवंटन के बावजूद यह योजना अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पा रही है. मिली जानकारी के अनुसार, दो वर्ष पूर्व वित्तीय वर्ष 2016-17 में यह योजना सूबे में प्रारंभ हुई थी. योजना के प्रारंभ हुए दो वर्ष बीत गये, लेकिन अभी तक बक्सर जिला के 947 वार्डों में यह योजना फाइलों में ही दफन हो गयी है. इन सभी वार्डों में हर घर नल का जल पहुंचाने का जिम्मा पीएचइडी विभाग को है. शेष पंचायतों में योजना का काम पंचायती राज विभाग के जिम्मे है.
ग्राम पंचायतों को मिली योजना में अभी तक तकरीबन मात्र 40 फीसद ही काम ही पूरा हुआ है. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिला के कुल 7353 वार्डों में हर घर नल का जल पहुंचाने के लिए सरकार ने कुल 33 करोड़, 8 लाख, 85 हजार रुपये आवंटित कर दिया है. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग को 947 वार्डों के जितने घरों में पानी पहुंचाने की जिम्मेवारी तय की गयी है. वह कब पूरा होगी इसका जवाब पीएचइडी विभाग के पास नहीं है.
कहते हैं पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता परमानंद प्रसाद ने कहा कि इस योजना के तहत चयनित वार्डों में अभी काम शुरू नहीं हुआ है. हालांकि इसके लिए टेंडर हो चुका है. इस माह के अंत तक काम प्रारंभ होने की उम्मीद है. 2020 तक इस योजना के तहत चयनित वार्डों में काम पूरा करा लिया जायेगा.