बालू लदे ओवरलोडेड ट्रकों का यूपी में बक्सर से प्रवेश जारी
बक्सर/चौसा : तमाम दावों के बावजूद सड़क पर ओवरलोडेड वाहनों के परिचालन का दौर जारी है. बालू लदे ओवरलोडेड ट्रकों से वसूली करने का काम लठैत(इलाकाई) करते हैं. चौसा के यादव मोड़ और रामपुर देवल बॉर्डर से ट्रकों को यूपी में पास कराने के नाम पर अच्छी खासी रकम वसूल की जाती है. यही वजह […]
बक्सर/चौसा : तमाम दावों के बावजूद सड़क पर ओवरलोडेड वाहनों के परिचालन का दौर जारी है. बालू लदे ओवरलोडेड ट्रकों से वसूली करने का काम लठैत(इलाकाई) करते हैं. चौसा के यादव मोड़ और रामपुर देवल बॉर्डर से ट्रकों को यूपी में पास कराने के नाम पर अच्छी खासी रकम वसूल की जाती है. यही वजह है कि बड़े हाकिमों के तमाम आदेश के बावजूद दिन के उजाले में ओवरलोडेड बालू लदे ट्रक सड़कों पर दौड़ते नजर आते हैं.
यदि चौसा के यादव मोड़ पर वाहनों का दबाव बढ़ता है तो बालू लदे ट्रक चौसा गोला से रामपुर के रास्ते देवल से उत्तरप्रदेश में प्रवेश करते हैं.इस दौरान ट्रकों के आगे पीछे मोटरसाइकिल से वाहन पास कराने वाले लठैत या इलाकाई गुंडे ट्रकों के ड्राइवर को सूचना देने का काम करते हैं.
जिला परिवहन पदाधिकारी मनोज रजक से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि इस तरह की कोई बात नहीं है. समय-समय पर विभाग द्वारा ओवरलोडेड ट्रकों के खिलाफ अभियान चलाया जाता है. चौसा प्रतिनिधि के अनुसार राज्य सरकार द्वारा भले ही प्रशासनिक पदाधिकारियों को राज्य में ओवरलोडिंग पर अंकुश लगाने का लगातार निर्देश दिया जा रहा हो परंतु जिले में उसका कोई खास असर नहीं दिख रहा है.
जिला प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद क्षेत्र में ओवरलोडेड वाहनों का परिचालन जारी है. पुलिस व विभागीय पदाधिकारियों की नाकामी के चलते चौसा यादव मोड़ और रामपुर देवल बॉर्डर से बालू लदे ओवरलोडेड ट्रकें यूपी में बेधड़क जा रही है. बताया जा रहा है कि जबसे बिहार की खाद्यान्नों से बालू का उठाव प्रारंभ हुआ तब से रोज सैकड़ों की तादाद में ओवरलोडेड ट्रकें यूपी में जा रही है. जिस पर पुलिस अथवा विभागीय पदाधिकारियों का ध्यान नहीं है.
जिससे प्रतिदिन सरकार को लाखों का राजस्व हानि हो रहा है. जबकि चौसा बॉर्डर से अवैध ढंग से बालू लदे ट्रकों पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा खनन व परिवहन विभाग के पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश है कि यहां पर बराबर नजर रखी जाये फिर भी ओवरलोडेड बालू लदे ट्रकें धड़ल्ले से बॉर्डर पार कर यूपी में जा रही है.
स्थानीय लोगों की मानें तो अधिकारी अगर कभी कभार क्षेत्र में नजर भी आते हैं तो कुछ पल के लिए ट्रकें इधर-उधर सड़क के किनारे खड़ी हो जाती है और अधिकारियों के जाने के बाद पुनः बालू लदे ट्रकें बॉर्डर पार करने लगती है. इसमें दर्जनों की तादाद में इंट्री माफियाओं की सक्रियता माना जा रहा है और पदाधिकारियों व इंट्री माफियाओं की सेटिंग से आये दिन रोज सैकड़ों ओवरलोडेड ट्रक बालू यूपी में बेधड़क जा रहे हैं.
बोले डीटीओ, पांच ट्रकों से जुर्माने की राशि वसूली गयी
डीटीओ मनोज रजक ने कहा कि लगातार तीन दिनों से चौसा बॉर्डर पर ओवरलोडेड ट्रकों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. अभी तक पांच ट्रकों से जुर्माने की राशि वसूल की गयी है.
जांच के नाम पर पूरा होता है कोरम
कभी कभार जब क्षेत्र में वरीय अधिकारियों की आगमन की सूचना पर खनन व परिवहन विभाग द्वारा अभियान चलाकर दो चार ट्रकों को जब्त कर कोरम पूरा कर लिया जाता है. वहीं कभी जिले के बड़े अधिकारी जब स्वयं ओवरलोडेड ट्रकों के विरुद्ध कार्रवाई करते हैं तो पल भर में दर्जन भर ट्रकें जब्त हो जाती है. बताया जा रहा है कि प्रशासन की लापरवाही के चलते ओवरलोडेड बालू लदे ट्रकों को यूपी में आसानी से प्रवेश कर जा रही है. जिसमें इंट्री माफियाओं का प्रशासन से साठगांठ को भी झुठलाया नहीं जा सकता.
बेधड़क चौसा बॉर्डर से यूपी में ओवरलोडेड ट्रकों पर बालू का जाना क्षेत्र के आमजनों में चर्चा का विषय बना हुआ है.उधर प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किया जाना उनपर भी संदेह खड़ा कर रहा है. उधर दबे जुबान कई ट्रक चालकों ने बताया कि अगर खादान्न से ही अंडरलोड बालू मिलता तो सड़क पर ओवरलोडेड वाहनें नहीं दिखाई देतीं. ओवरलोड के चलते खादान्न से बार्डर तक वाहन मालिकों व चालकों का दोहन किया जा रहा है.