ट्रेनों में रही भीड़, श्रद्धालुओं से पटा शहर
बक्सर : पंचकोसी के पांचवे दिन लिट्टी चोखा पर बक्सर में आने के लिए ट्रेनों में जगह कम पड़ गयी. ट्रेनों में जगह पाने को मारामारी रही. सुबह से लेकर देर रात ट्रेनों में भीड़ उमड़ी. लटक कर यात्रा कर रहे लोगों को अंदर करने और उतारने में आरपीएफ जीआरपी के पसीने छूटते रहे.वहीं स्टेशन […]
बक्सर : पंचकोसी के पांचवे दिन लिट्टी चोखा पर बक्सर में आने के लिए ट्रेनों में जगह कम पड़ गयी. ट्रेनों में जगह पाने को मारामारी रही. सुबह से लेकर देर रात ट्रेनों में भीड़ उमड़ी. लटक कर यात्रा कर रहे लोगों को अंदर करने और उतारने में आरपीएफ जीआरपी के पसीने छूटते रहे.वहीं स्टेशन पर भी रात में ही यात्री पंचकोसी के लिए पहुंच गये थे. इसमें ज्यादातर लोगों ने ट्रेन से यात्रा की. सुबह से लेकर देर रात तक ट्रेनों में भीड़ उमड़ती रही. स्लीपर कोच जनरल कोच की तरह भर गये.
जनरल कोच में पैर रखने तक को जगह नहीं मिली. लोगों को सुरक्षित यात्रा कराने को आरपीएफ जीआरपी के पसीने छूटते रहे. हालात यह रहे कि ट्रेन आने पर लोगों को उतरने से पहले चढ़ने की कोशिश की गयी. आरपीएफ जीआरपी लोगों को उतारने चढ़ाने में जुटी रही. साथ ही रेलवे लाइन पार करने वालों पर पुलिस ने कार्रवाई भी किया. हालांकि दोपहर के बाद ट्रेनों में भीड़ कम देखने को मिली.
वहीं यात्रियों की सुरक्षा को लेकर आरपीएफ और जीआरपी के जवान मुश्तैद दिखे. साथ ही आने जाने वाले सभी यात्रियों पर विशेष ध्यान बनाये हुए थे. आरपीएफ इंस्पेक्टर महेन्द्र प्रसाद ने बताया कि पंचकोसी को लेकर ट्रेनों में भीड़ देखी गयी. भीड़ को देखते हुए आरपीएफ और जीआरपी के जवान मुश्तैद रहे. किसी तरह को कोई घटना नहीं हुई.
जाम से परेशान रहे राहगीर व अन्य
पंचकोसी मेला को लेकर गुरुवार को शहर की सड़कें जाम से पूरे दिन कराहती रही. शहर का कोई ऐसा इलाका नहीं था जहां लोगों को जाम से जूझना न पड़ा हो. सड़कों पर पैदल चलना मुश्किल था. वाहनें रेंगती नजर आयी.
स्टेशन रोड, अंबेडकर चौक, ज्योति चौक, बाइपास रोड, किला मैदान, नगर टाउन, ठठेरी बाजार, नयी बाजार, मुनीम चौक, खलासी मुहल्ला समेत शहर की मुख्य सड़कें पूरे दिन जाम रहा. शहर की सड़कों के किनारे लोग लिट्टी चोखा बनाकर पंचकोसी मेले का आनंद उठाया. मेला में महिलाओं की संख्या ज्यादा रही. दूरदराज से आयी महिलाएं जगह-जगह सड़कों पर उपला जलाकर लिट्टी लगायी. जिस कारण पूरा शहर धुआं ही धुआं दिखायी दे रहा था.
रामरेखा घाट, नाथ बाबा मंदिर, किला मैदान, चरित्रवन में हजारों लोगों ने पार्किंग वाले स्थानों पर उपला जलाकर लिट्टी व चोखा बनाकर प्रसाद के रूप में ग्रहण किया. जिस कारण सड़कों पर पैर रखने के लिए तिल भर भी जगह खाली नहीं थी.