पटना/बक्सर : बक्सर के बहुचर्चित हत्याकांड का खुलासा हो गया है. यह पूरी तरह से ऑनर किलिंग का मामला है. मरने वाली लड़की रानी के पिता और भाई ने ही उसकी हत्या बड़ी चलाकी से करवा दी थी और सबूत मिटाने के लिए उसकी लाश को जला दिया था. परंतु, अधजले लाश और उसकी पैरों में पड़ी चप्पल ने जांच में अहम भूमिका निभायी. रानी के पिता महेंद्र गुप्ता और भाई मुकेश कुमार ने उसे संन्यासी बनाने के लिए बोधगया पहुंचाने का आश्वासन दिया. उसे लेकर घर से निकले भी, लेकिन रास्ते में बक्सर जिले के कुकुढा गांव के पास उसकी हत्या करवा दी.
घटना स्थल पर दो गाड़ी पर छह लोग मौजूद थे. इसमें रानी, उसके पिता और भाई के अलावा दो अपराधी तथा गांव का एक व्यक्ति भी मौजूद था. गोली अपराधी से मरवायी गयी है. इसके बाद सभी ने मिलकर लाश को जला दिया. इस मामले का खुलासा करने के लिए सीआइडी मुख्यालय के स्तर से 15 पदाधिकारियों को खासतौर से लगाया गया था. इसके अलावा बक्सर और रोहतास जिले के करीब 60 पुलिस कर्मियों की पूरी टीम पड़ताल में जुटी हुई थी.
सुराग मिलने के बाद जब मृत रानी का चप्पल लेकर सीआइडी की टीम उसके घर पहली बार पहुंची, तो उसकी छोटी बहन को इसे दिखाते हुए पूछा, पहचानती हो. तो बहन ने कहा कि यह तो दीदी का है. फिर इसके बाद पूरी सच्चाई सामने आ गयी. पुलिस ने पूरे परिवार से सख्ती से पूछताछ शुरू की तब सच्चाई सामने आ गयी.
चौकीदार परेड से मिला सुराग, फिर खुला पूरा मामला
सीआइडी के एडीजी विनय कुमार ने अपनी टीम को खासतौर से आदेश दिया कि बक्सर के अलावा आसपास के जिले में पिछले 15 दिनों में गायब हुई सभी लड़की का डिटेल निकाले. प्रेम प्रसंग या किसी भी तरह में गायब हुई हर लड़की या महिला का डिटेल खंगालने का काम शुरू हो गया. साथ ही सभी चौकीदारों से कहा गया कि वे अपने इलाके में गायब हुई किसी लड़की की खबर देना शुरू करें. चौकीदार परेड के दौरान ही एक ने सूचना दी कि भभुआ जिला के दिनारा गांव से एक लड़की गायब है और इसकी कोई रिपोर्ट भी परिवार वालों ने दर्ज नहीं करवायी है. इस गांव घटना स्थल से महज 15-17 किमी दूर था. इस वजह से इसे लेकर हर स्तर पर तहकीकात शुरू की गयी. तब रानी के बारे में पूरी जानकारी सामने आयी.
यह है पूरा मामला
रानी की शादी पिछले साल बक्सर जिले में ही हुई थी. ससुराल में सात दिन रहने के बाद वह वापस वहां गयी ही नहीं. कारण था, गांव के ही रौशन नाम के एक लड़के से उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था. उसकी मर्जी के खिलाफ हुई इस शादी से वह पूरी तरह नाखुश थी. बेटी की जिद के आगे सेना से रिटायर्ड पिता ने रानी की छोटी बहन की शादी अपने दामाद से कर दी. इसके बाद रानी घर पर ही रहने लगी और अपने प्रेमी से मिलना-जुलना शुरू कर दिया. जब शादी करने की बात आयी, तो प्रेमी रौशन मुकर गया. इसके बाद वह जिंदगी से परेशान होकर संन्यास लेना चाहती थी और परिवार वालों पर लगातार घर छोड़कर भागने या संन्यास लेने का दबाव देने लगी. इसी से आजीज होकर पिता-भाई ने यह कदम उठाया. उसके पिता वर्तमान में इटारी स्थित मध्यम बिहार ग्रामीण बैंक में सिक्योरिटी गार्ड का काम करते थे.