बालिग बेटी की दिल की बात मानता परिवार, तो नहीं जाती इंदु की जान

पहले प्यार को पाने में चली गयी इंदु की जान, परिवार भी हुआ छिन्न-भिन्न दिनारा के संत पॉल स्कूल के वर्ग सात में पढ़ाई के दौरान ही इंदु को हुआ था रौशन से प्यार नौवीं पास करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए रौशन अपने रिश्तेदार के यहां चला गया था मुजफ्फरपुर दिनारा (रोहतास) […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 12, 2019 7:22 AM
  • पहले प्यार को पाने में चली गयी इंदु की जान, परिवार भी हुआ छिन्न-भिन्न
  • दिनारा के संत पॉल स्कूल के वर्ग सात में पढ़ाई के दौरान ही इंदु को हुआ था रौशन से प्यार
  • नौवीं पास करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए रौशन अपने रिश्तेदार के यहां चला गया था मुजफ्फरपुर
दिनारा (रोहतास) : पहले प्यार को पाने में दिनारा की इंदू की जान चली गयी. उसका पूरा परिवार छिन्न भिन्न हो गया. माता, पिता व भाई जेल चले गये. जिस इंदू को परिवार सामाजिक प्रतिष्ठा के हनन कारण मान, उसकी निर्मम हत्या कर दी, आज वह भी परेशानी में पड़ा हुआ है.
दिनारा सहित रोहतास व बक्सर जिले में इस हत्याकांड की चर्चाओं का दौर थमा नहीं है. लोगों की माने तो संचार क्रांति के इस दौर में गांव भी इसके दुष्परिणाम से अछूते नहीं हैं. कच्ची उम्र को मोबाइल व फिल्म प्रभावित कर रहे हैं, जबकि समाज अभी उतना नहीं बदला है.
सो दोनों में टकराव हुआ और एक महिला की जान चली गयी, तो सामाजिक इज्जत के लिए एक परिवार छिन्न भिन्न हो गया और दूसरा परिवार भी परेशान हो उठा है. ग्रामीणों की मानें तो इंदू बालिग थी. जब वह अपनी मर्जी से शादी करना चाहती थी, तो परिवार उसके सामने अड़चन बना और उसकी मर्जी के खिलाफ शादी करा दी. जबकि, वह अपने प्रेमी रौशन खरवार से शादी करना चाह रही थी.
रौशन ने कहा-मुझे दो दिन पहले हत्या की सूचना मिली : इंदू जब दिनारा गांव के संत पॉल स्कूल में सातवीं की छात्रा थी, तभी वह अपने सहपाठी रौशन खरवार से प्यार कर बैठी थी. इसे रौशन ने स्वीकार किया. रौशन ने बताया कि मैं और इंदू दोनों संत पॉल स्कूल में पढ़ते थे. उसका नाम सातवीं में लिखाया था. नौवीं वर्ग तक हम साथ-साथ पढ़े.
वह हमसे बहुत अात्मीयता रखती थी. यह प्रेम में कब बदल गया, पता नहीं चला. वर्ष 2013 में नौवीं पास करने के बाद मैं अपने रिश्तेदार के घर कोचिंग के लिए मुजफ्फरपुर चला गया. मेरी उससे बातचीत लगभग बंद थी. इंदू से मेरी दूरी हो गयी थी. इस बीच 2018 को उसकी शादी हो गयी. मुझे दो दिन पहले उसकी हत्या की सूचना मिली है.
घर से भागने का भी इंदु ने किया था प्रयास : इंदू शादी के दो दिन बाद अपनी सुसराल से मायके आ गयी थी. उसकी शादी पांच मार्च 2018 को बक्सर जिले के डुमरांव में सूरजभान प्रसाद गुप्ता से हुई थी. शादी के दो दिन बाद सात मार्च 2018 को मायके आ गयी थी. वह अपने गांव के ही प्रेमी रौशन खरवार पर शादी का दबाव बना रही थी.
लेकिन, रौशन उससे शादी करने को तैयार नहीं था. इस बीच इंदू घर से भागने का भी प्रयास कर चुकी थी. इसकी जानकारी देते हुए गांव के ही कुमुद सिंह ने बताया कि इंदू की इस हरकत से परेशान पिता अपनी दूसरी बेटी की शादी इंदू के पति से ही करा दी थी. इधर, इंदू की हरकत बिगड़ती जा रही थी. पूरा परिवार परेशान हो उठा था.

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