फर्जी कंपनी बनाकर सदस्यता के नाम पर करोड़ों की ठगी, महिलाओं को प्रलोभन देकर करते थे वसूली
बक्सर : बिहार के बक्सर में विभिन्न तरह की आर्थिक सहायता के नाम पर ग्रामीण महिलाओं से करोड़ों रुपये की ठगी का मामला प्रकाश में आया है. जानकारी के मुताबिक, कथित तौर पर फर्जी रिकौन म्यूच्यूअल निधि लिमिटेड नामक एक एनजीओ करोड़ों रुपये की राशि लेकर चंपत हो गया. ठगी का यह मामला प्रकाश में […]
बक्सर : बिहार के बक्सर में विभिन्न तरह की आर्थिक सहायता के नाम पर ग्रामीण महिलाओं से करोड़ों रुपये की ठगी का मामला प्रकाश में आया है. जानकारी के मुताबिक, कथित तौर पर फर्जी रिकौन म्यूच्यूअल निधि लिमिटेड नामक एक एनजीओ करोड़ों रुपये की राशि लेकर चंपत हो गया. ठगी का यह मामला प्रकाश में आते ही गुरुवार को काफी संख्या में महिलाएं शहर के गोलंबर स्थित उसके कार्यालय के बाहर पहुंचगयीऔर जमकर हंगामा करने लगी.
ठगीकी शिकार बनी महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए एनएच- 84 को करीब आधे घंटे के लिये जाम कर दिया. जिससे अफरातफरी का माहौल बन गया. घटना की सूचना मिलते ही औद्योगिक थाना की पुलिस मौके पर पहुंचगयी और मामले की जांच में जुट गयी. हो-हंगामा कर रही महिलाओं को पुलिस ने किसी तरह से समझा-बुझा कर सड़क से हटाया.
बताया जाता है कि रिकौन म्यूच्यूअल निधि लिमिटेड के कर्मचारी ग्रामीण महिलाओं को सदस्य बनाने व विभिन्न योजनाओं का लाभ देने के नाम पर अपने साथ जोड़ने का काम करते थे. वे इस तरह सभी लोगों से पैसा जमा कर लोन और बीमा करने की बात कहते थे. साथ ही उन्हें समय पर खाता में पैसा देने की बात कहते थे. अभी बक्सर जिले में कार्यालय भी नहीं खुला था कि संस्था के लोगों ने आसपास के गांव में जाकर करीब पांच सौ से अधिक महिलाओं को सदस्यता दिलायी.
सदस्यता के नाम पर सभी महिलाओं से 1750 रुपये से लेकर 35 सौ रुपये तक जमा कराया गया. जिसमें कंपनी के उद्घाटन के दिन पचास हजार से लेकर एक लाख रुपये देने की बात कही गयी. लोगों की माने तो कंपनी ने करीब एक करोड़ रुपये की वसूली भी कर लिया. इस दौरान सभी लोगों से कहा गया कि कंपनी का कार्यालय खुलने वाला है. उसी दिन सभी को आना होगा. गुरुवार को कार्यालय का उद्घाटन होना था. लोग पहुंचे थे तो देखा किवहांकेवल बोर्ड लगा हैऔर एक भी कर्मचारी मौजूद नहीं है. इसके बाद लोगों ने कंपनी के कार्यालय का ताला तोड़कर हंगामा करना शुरू कर दिया. जब हंगामा से अधिकारी नहीं पहुंचे तो लोगों ने एनएच 84 को जाम कर दी. जाम की सूचना मिलते ही औद्योगिक थाना की पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गयी.
औद्योगिक थानाध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. अभी तक आवेदन नहीं मिला है. आवेदन मिलते ही कार्रवाई की जायेगी. वहींआक्रोशित महिलाओं ने कहा कि बिहार और यूपी के कई गांवों में कथित तौर पर रिकौन म्यूच्यूअल निधि लिमिटेंड के नाम पर एक फर्जी एनजीओ बनाकर पहले महिलाओं को प्रलोभन दियागया और 1750 रुपये में पांच सौ का पासबुक और 1250 रुपये बीमा के नाम पर राशि वसूली गयी. इस दौरान लोगों से कहा गया कि कार्यालय के उद्घाटन के दिन पचास हजार रुपये दिया जायेगा. इसके बाद 3500 में एक हजार का पासबुक और 25 सौ का बीमा करते थे. जिसमें एक लाख देने की बात कही थी. कंपनी ने खाता भी खोल दिया था. जब सुबह महिलाएं उसके कार्यालय पहुंची तो कोई नहीं था.
महिलाओं को प्रलोभन देकर करते थे वसूली
रिकौन म्यूच्यूअल कंपनी के सदस्य गांव में जाकर पहले महिलाओं को अच्छी राशि की बात कह प्रलोभन देते थे. इसके बाद गांव की आबादी देखकर महिलाओं की टीम बनाकर गांव में वसूली करते थे. महिलाओं ने कहा कि अच्छी राशि का प्रलोभन देकर लूट लिया है. एक गांव में कम से कम 12 से 15 महिलाओं को सदस्य बनाते थे. वहीं महिलाएं गांव में वसूली कर कंपनी में राशि जमा करती थी. सदस्यों का भी पैसा लूट लिया गया है.