जजर्र सेतु पर हो रहा आवागमन
बक्सर : बिहार व उत्तरप्रदेश को जोड़नेवाला वीर कुंवर सिंह सेतु कई माह से उपेक्षित है. जिला प्रशासन ने पुल के दोनों तरफ बैरिकेडिंग लगा कर बालू लदे ओवरलोडेड ट्रकों को रोकने का भरपूर प्रयास किया है, लेकिन अभी भी छोटे ट्रकों व ट्रैक्टर से बालू की ढुलाइ धड़ल्ले से जारी है. पुल की स्थिति […]
बक्सर : बिहार व उत्तरप्रदेश को जोड़नेवाला वीर कुंवर सिंह सेतु कई माह से उपेक्षित है. जिला प्रशासन ने पुल के दोनों तरफ बैरिकेडिंग लगा कर बालू लदे ओवरलोडेड ट्रकों को रोकने का भरपूर प्रयास किया है, लेकिन अभी भी छोटे ट्रकों व ट्रैक्टर से बालू की ढुलाइ धड़ल्ले से जारी है. पुल की स्थिति और भी खराब हो रही है. कभी भी यहां एक बड़ा हादसा हो सकता है.
बसों के परिचालन पर रोक
बसों पर भी बैरिकेडिंग के कारण रोक लग गयी है. ऐसे में बस मालिक भी परेशान हैं. बस मालिकों का कहना है कि जिला प्रशासन अब तक पुल की मरम्मती को लेकर पहल शुरू नहीं की है, जिसके कारण बसों का संचालन ठप है. इसका असर बस पड़ाव के दुकानदारों पर भी पड़ रहा है. दुकानदारों ने बताया कि बक्सर-बलिया चलनेवाली बसों के यात्री से बस पड़ाव गुलजार रहता था. दुकान की इनकम भी ठीक रहती थी, लेकिन अब लोग उत्तरप्रदेश जाने के लिए सीधे गोलंबर या स्टीमर जहाज का सहारा ले रहे हैं.
वहीं, ट्रांसपोर्ट मालिकों का कहना है कि प्रशासन पुल के मरम्मत को लेकर सक्रिय नहीं है, जिसके कारण ट्रांसपोर्ट का कार्य काफी प्रभावित हो रहा है. बिहार से उत्तरप्रदेश जाने के लिए दूसरे रास्ते का सहारा लेना पड़ता है, जिससे काफी ज्यादा खर्च बैठ रहा है.
मरम्मत का जिम्मा एनएचएआइ को
विभाग के इंजीनियर इसकी जांच के लिए पूर्व में आये हैं, लेकिन अब तक इसके आगे की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई. पुल दिन प्रतिदिन क्षतिग्रस्त होते जा रहा है. पुल से गुजरना लोगों की मजबूरी बनी हुई है. पुल से हर दिन हजारों यात्री सफर करते हैं. यदि पुल का मरम्मत का कार्य शीघ्र नहीं हुआ, तो किसी दिन यहां एक बड़ा हादसा हो सकता है.
क्या कहते हैं जिलाधिकारी
जिला पदाधिकारी रमन कुमार ने कहा कि एनएचएआइ विभाग से कोई संपर्क इधर नहीं हो पाया है. हालांकि विभागीय जानकारी के अनुसार इसका टेंडर हो चुका है. शीघ्र ही मरम्मत का कार्य शुरू होगा.