जुड़ी थीं बड़े-बुजुर्गो की यादें

कई लोगों ने खानदानी जेवरों पर लिया था लोनबक्सर : मुथुट फाइनेंस कंपनी से मंगलवार को अपराधियों ने न सिर्फ 52 लाख की संपत्ति लूटी, बल्कि ग्राहकों कीभावनाओं को भी लूटा है. कंपनी में सोने के आभूषण पर लोन देने की व्यवस्था है. लोगों ने अपने खानदानी जेवर पर लोन लिये थे. लोगों ने सोचा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:48 PM

कई लोगों ने खानदानी जेवरों पर लिया था लोन
बक्सर : मुथुट फाइनेंस कंपनी से मंगलवार को अपराधियों ने न सिर्फ 52 लाख की संपत्ति लूटी, बल्कि ग्राहकों कीभावनाओं को भी लूटा है. कंपनी में सोने के आभूषण पर लोन देने की व्यवस्था है. लोगों ने अपने खानदानी जेवर पर लोन लिये थे.

लोगों ने सोचा था कि लोन की राशि वापस कर यादों से जुड़े आभूषणों को वापस ले लेंगे, लेकिन उससे पहले ही लुटरों ने लूट में लोगों के गहनों के साथ ही उनकी भावनाओं को भी लूट ले गये. जब ग्राहकों को कंपनी से सोने की चोरी की खबर मिली, तो अहले सुबह ही कंपनी के मैनेजर से जानकारी लेनी शुरू कर दी.

मैनेजर ने सभी गहने लूट जाने की खबर जब ग्राहकों को दी, तो ग्राहको के आंखों के सामने अंधेरा छा गया. उनके चेहरे पर मायूसी छा गयी. गहनों से जुड़ी यादों के मिट जाने का गम लोगों के चहरे पर ज्यादा था.

गोलंबर निवासी नित्यानंद चौबे ने बताया कि उन्होंने अपने खानदानी जेवर पर कंपनी से लोन लिया है. जेवर खानदानी होने के कारण उनका और परिवार वालों से जुड़ी यादें उन जेवरों में रची-बसी थी. वह कहते हैं कि इस दर्द को कभी भूला नहीं पायेंगे.

उन्होंने बताया कि कंपनी जेवर के जगह पर पैसा या सोना देने के लिए तैयार है. वहीं आशा देवी का कहना है कि कंपनी से अपना खानदानी कंगना पर लोन लिया था. उन्होंने बताया कि उनका कंगन उनकी सास की आखिरी निशानी थी. आज उनकी सास इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उनकी सास की दी हुई कंगन उनकी कमी को दूर करता था.

आशा देवी बार-बार अपने आपको कोसती कि काश वह कंगन पर लोन नहीं लेती, तो आज उनके पास सास की दी हुई आखिरी निशानी कंगन उनके पास होता.

घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण उन्हें कंगन पर लोन लेना पड़ा. लूट की इस वारदात से उन्हें व उनके परिवार वाले को काफी सदमा पहुंचा है. ग्राहकों ने जिला प्रशासन से लूटे गये गहनों को वापस दिलाने की मांग की है.

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