ठंड ने बढ़ायी कनकनी नहीं जला अलाव
बक्सर : रविवार को ठंड ने फिर एक बार कहर बरपाया. सुबह 13 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा. बादल और कुहासे से आकाश ढका रहा. कंपकपी ठंड ने शरीर को छेद कर हड्डी में जाड़ पैदा कर रही थी. सुबह लोग घरों में दुबके रहे. आवश्यक काम से ही लोग घरों से बाहर निकलते दिखे. घर […]
बक्सर : रविवार को ठंड ने फिर एक बार कहर बरपाया. सुबह 13 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा. बादल और कुहासे से आकाश ढका रहा. कंपकपी ठंड ने शरीर को छेद कर हड्डी में जाड़ पैदा कर रही थी. सुबह लोग घरों में दुबके रहे.
आवश्यक काम से ही लोग घरों से बाहर निकलते दिखे. घर से बाहर निकलते हुए लोग शरीर को पूरी तरह ढक कर निकल रहे थे. सबसे ज्यादा खराब स्थिति मजदूरों की रही. काम की तलाश में मजदूर मुनीम चौक पर खुले आसमान के नीचे काम की तलाश में भटकते दिखे. स्टेशन, बसस्टैंड एवं जीप स्टैंडों पर यात्रियों को ठंड से ठिठुरते देखा गया.
इन जगहों पर लोग अपने शरीर को पूरी तरह से ढक कर गाड़ियों की इंतजार में बैठे थे. सुबह नौ बजे के करीब सूर्य निकला, तो लोगों ने राहत की सांस ली. लोग घरों से निकल छतों पर धूप सेकते दिखे. ठंड के कारण ऊनी कपड़ों की दुकानों पर भीड़ लगी रही. संध्या में 15 डिग्री सेल्सियस तापमान आंका गया. ठंड के कारण फिर सड़कें सुनी हो गयीं. लोग फिर घरों में दुबक गये. इधर, ठंड से स्कूली बच्चों की भी स्थिति खराब रही.
जिले में ठंड के कारण रविवार को दिन भर लोग परेशान रहे. सुबह में लोगों का घरों से निकलना मुश्किल-सा हो गया था. फुटपाथ पर रह रहे लोगों की स्थिति ज्यादा खराब रही. नगर के रामरेखा घाट पर इन दिनों सबसे ज्यादा फुटपाथी रहते हैं. खुले आसमान के नीचे इनकी रातें कैसे गुजरती है, यह बड़ा सवाल है. इनकी मदद के लिए कुछ समाजसेवियों ने कंबल का वितरण भी किया है, लेकिन जिला प्रशासन अब तक लोगों को ठंड से बचाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया है.
किसी भी चौक-चौराहे पर अलाव की व्यवस्था अब तक नहीं की गयी है. जहां-तहां लोग अपनी जुगाड़ पर अलाव की व्यवस्था कर ठंड को दूर करने में लगे हुए हैं. इस संबंध में जब अनुमंडलाधिकारी अवधेश कुमार आनंद से बात की गयी, तो बताया कि जब ठंड का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम होता है, तो अलाव की व्यवस्था की जाती है.