डीएम अंकल स्कूलों की तरह हमें भी छुट्टी दे दें

बक्सर : जिले में ठंड का कहर जारी है. सरकारी विद्यालयों की छुट्टी भी हो चुकी है. लेकिन, अब तक आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद नहीं किया गया है. ठंड में मासूम बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र पर आने को विवश हैं. आंगनबाड़ी केंद्र सुबह दस बजे खुल जाता है. इसके पूर्व सहायिका वार्ड के विभिन्न घरों से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2014 2:00 AM
बक्सर : जिले में ठंड का कहर जारी है. सरकारी विद्यालयों की छुट्टी भी हो चुकी है. लेकिन, अब तक आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद नहीं किया गया है. ठंड में मासूम बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र पर आने को विवश हैं. आंगनबाड़ी केंद्र सुबह दस बजे खुल जाता है. इसके पूर्व सहायिका वार्ड के विभिन्न घरों से बच्चों को केंद्र पर लाती है.
यहां तीन से छह वर्ष के बच्चों को शिक्षा दी जाती है. आंगनबाड़ी केंद्र में दोपहर दो बजे तक पढ़ाई होती है. इस दौरान बच्चे ठंड के कारण ठिठुरे रहते हैं. बच्चों ने ठंड में कांपती हुई जुबान से कहा कि स्कूलों की तरह डीएम अंकल हमें भी छुट्टी दे दें. कई अभिभावक अपने बच्चों को केंद्र पर भेजना नहीं चाहते हैं. इस कारण उपस्थिति काफी कम हो गयी है. अभिभावकों का कहना है कि ठंड को ध्यान में रखते हुए जिला पदाधिकारी रमन कुमार ने सभी विद्यालयों को बंद करने का आदेश दिया है. लेकिन, अब तक आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने का आदेश नहीं मिला है. जबकि, यहां छह वर्ष के बच्चे पढ़ते हैं.
वहीं, कई सेविकाओं ने डीएम से आंगनबाड़ी केंद्र को ठंड में बंद करने की अपील की है. उल्लेखनीय है कि जिले में 14 सौ से अधिक आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं.
बक्सर प्रखंड में 142 आंगनबाड़ी केंद्र हैं. इन केंद्रों पर स्कूल पूर्व शिक्षा दी जाती है, पर इसे ठंड में बंद करने का आदेश अब तक नहीं मिला है. इस संबंध में आइसीडीएस के प्रभारी डीपीओ अनिल कुमार ने कहा कि सरकार से अब तक कोई निर्देश नहीं आया है. जिसके कारण आंगनबाड़ी केंद्र को बंद नहीं किया जा रहा है.

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