साथियों के साथ ट्रेन लूट का सरगना गिरफ्तार

कसा शिकंजा : शांति नगर स्थित मंदिर के पास से हुई गिरफ्तारी बक्सर : बक्सर पुलिस ने ट्रेन लुटेरा गिरोह के चार सदस्यों को हथियारों और कारतूस के साथ गिरफ्तार कर एक बड़ी सफलता पायी है. यह गिरोह मुगलसराय से एक्सप्रेस ट्रेन में सवार होकर मुगलसराय और पटना के बीच लूटपाट कर ट्रेन से उतर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 11, 2015 8:39 AM
कसा शिकंजा : शांति नगर स्थित मंदिर के पास से हुई गिरफ्तारी
बक्सर : बक्सर पुलिस ने ट्रेन लुटेरा गिरोह के चार सदस्यों को हथियारों और कारतूस के साथ गिरफ्तार कर एक बड़ी सफलता पायी है. यह गिरोह मुगलसराय से एक्सप्रेस ट्रेन में सवार होकर मुगलसराय और पटना के बीच लूटपाट कर ट्रेन से उतर जाने का काम कई बार कर चुका है. इस गिरोह के तार उत्तरप्रदेश में काम करनेवाले ट्रेन लुटेरा गिरोह के सदस्यों से जुड़े हैं.
पुलिस का दावा है कि बक्सर से जुड़े इन अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद ट्रेन लुटेरा गिरोह के कुछ और कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार करने में पुलिस को भविष्य में सफलता मिलेगी.
गिरफ्तार चारों अपराधियों के पास से एक-एक पिस्तौल, गोलियां और मोबाइल फोन पुलिस को हाथ लगे हैं. संवाददाता सम्मेलन में पुलिस कप्तान जयंत कांत ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि नगर थाना क्षेत्र के शांति नगर मुहल्ले में छह-सात अपराधी ट्रेन लूट की योजना बना रहे हैं और सभी हथियारों से लैस हैं.
टीम बना कर की गयी छापेमारी : पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक टीम बना कर डीएसपी सुनील कुमार के नेतृत्व में शांति नगर स्थित मंदिर के निकट छापेमारी की.
छापेमारी की भनक लगते ही चार-पांच अपराधी भागने में सफल हो गये. जबकि चार अपराधी दबोच लिये गये. गिरफ्तार अपराधियों में कई ट्रेनों में लूटपाट कर चुके मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चक्रहंसी के अशोक यादव पिता राम दुलार यादव को पुलिस ने दबोच लिया, जो हाल ही में उत्तरप्रदेश के सुल्तानपुर में हुई ट्रेन डकैती कांड में जेल काट कर एक सप्ताह पहले बाहर निकला है.
अशोक यादव के साथ कोरानसराय थाना क्षेत्र के मठिला डेरा का रहनेवाला उमेश यादव पिता स्वर्गीय ललन सिंह, मुरार थाना क्षेत्र के बसड़िहा के संजीव यादव पिता सिद्धनाथ सिंह और डुमरांव थाना क्षेत्र के नंदन के रहनेवाले सरोज कुमार पिता राम अवतार यादव भी पकड़ा गया.
चारों अपराधियों के कमर से एक-एक देसी कट्टा लोडेड तथा संजीव यादव की कमर से एक देसी कट्टा व दो गोलियां और एक बड़ा छूरा और सरोज कुमार की कमर से एक देसी कट्टा लोडेड बरामद किया गया. उमेश यादव की कमर से एक बड़ा कट्टा जिसमें लकड़ी का बेंत लगा है पुलिस ने बरामद किया है.
आरक्षी अधीक्षक ने बताया कि अशोक यादव कई ट्रेनों में लूट कर चुका है. जबकि उमेश यादव भी कई लूटकांडों में एक माह पहले जेल से छूट कर बाहर आया है. संजीव यादव भी कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र का कुख्यात अपराधी रहा है, जो आठ-नौ माह पहले ही जेल से छूट कर बाहर आया है.
चौथा अपराधी सरोज यादव भी आर्म्स एक्ट में पहले भी जेल जा चुका है. पुलिस इन चारों अपराधियों के आपराधिक के आंकड़े जुटाने में लगी है. इन अपराधियों के तार उत्तरप्रदेश के गिरोह से जुड़े हैं और यूपी में भी कई मामलों में इन अपराधियों के खिलाफ मामले दर्ज हैं.
लूटकांड में संलिप्तता स्वीकारी अशोक ने
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चक्रहंसी का अशोक यादव ट्रेन लूट कांडों का सरगना रहा है. पुलिस के समक्ष उसने स्वीकार किया कि सात-आठ ट्रेनों में लूट कांड को अंजाम दिया है. हालांकि, उसने यह भी बताया कि कई ट्रेनों के लूटकांड में वह नाहक जेल गया. जबकि, वह उन कांडों में शामिल नहीं था.
अशोक ने बताया कि योजनाबद्ध तरीके से अपने साथी अपराधियों को लेकर वह मुगलसराय स्टेशन पहुंच जाता था और वहां किसी एक्सप्रेस ट्रेन को चुन कर चढ़ जाता था. मुगलसराय से पटना के बीच में लूटपाट की घटनाओं को वह अंजाम दे देता था और फिर आसानी से चेन पुलिंग करके उतर जाता था. उसने बताया कि ट्रेन लूट में उसकी भागीदारी रहती थी.

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