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शहर की एटीएम में सौ का नोट नहीं,खाताधारकों को परेशानी

अनदेखी : जन-धन योजना के तहत खाता खुलवानेवाले ग्राहकों को एटीएम से करनी है निकासी बक्सर : आम आदमी व गरीब लोगों को बैंक से जोड़ने व विभिन्न योजनाओं के लाभ को पहुंचाने के लिए सरकार ने जन-धन योजना की शुरुआत की और असर ये रहा कि जिले में हजारों गरीब परिवारों का खाता विभिन्न […]

अनदेखी : जन-धन योजना के तहत खाता खुलवानेवाले ग्राहकों को एटीएम से करनी है निकासी
बक्सर : आम आदमी व गरीब लोगों को बैंक से जोड़ने व विभिन्न योजनाओं के लाभ को पहुंचाने के लिए सरकार ने जन-धन योजना की शुरुआत की और असर ये रहा कि जिले में हजारों गरीब परिवारों का खाता विभिन्न बैंकों में खुल गया. योजना में सबसे ज्यादा लोगों को आकर्षित इंश्योरेंस पॉलिसी ने किया, लेकिन नगर के विभिन्न बैंकों की एटीएम ने योजना को बाधित करना शुरू कर दिया है.
दरअसल इंश्योरेंस का लाभ उठाने के लिए लोगों को हर 45 दिन के अंदर एक निकासी एटीएम के द्वारा करनी है, लेकिन नगर के अधिकांश एटीएम में 50 और 100 रुपये का नोट नहीं डाले जाने से गरीब परिवार के खाताधारियों को निकासी करने में परेशानी हो रही है.
खाताधारियों का कहना है कि इंश्योरेंस पॉलिसी को बरकरार रखने के लिए उन्हें हर माह न चाहते हुए भी कम-से-कम पांच सौ रुपये की निकासी करनी पड़ रही है. कुछ गरीब ग्राहकों ने बताया कि एक तो हमलोग दिन-रात मेहनत कर महिने भर जैसे-तैसे घर चलाते हैं, उससे जो बचा पांच सौ-हजार उसे बैंक में जमा करते हैं, लेकिन एटीएम में 50 व 100 रुपये के छोटे नोट नहीं होने से मजबूरी में पांच सौ रुपये निकालने पड़ते हैं, जिससे कभी-कभार खाता ही खाली हो जाता है. हाथ में पैसा आने के बाद जहां-तहां खर्च भी हो जाता है. अगर 50 व 100 रुपये एटीएम से निकलते, तो नियम को पूरा करने के लिए सिर्फ बैंकों से पैसा निकालते, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा.
मन मुताबिक नहीं हो पाती निकासी : जन-धन योजना के तहत विभिन्न बैंकों से जुड़े लोगों ने बताया कि नगर के किसी भी बैंक की एटीएम में 50 व 100 रुपये का नोट नहीं मिलता है. जबकि, सौ का नोट एक-दो एटीएम को छोड़ अन्य एटीएम मशीनों में नहीं मिलता. ऐसे में गरीब परिवार के खाताधारी 50 रुपये से 450 रुपये के बीच की राशि की निकासी नहीं कर पाते हैं. आवश्यकता से अधिक यानी सीधे पांच सौ रुपये की निकासी करनी पड़ रही है, जिससे लोगों को आर्थिक असंतुलन का सामना करना पड़ रहा है.
बैंकों ने रखी अपनी राय
पंजाब नेशनल बैंक के मुख्य शाखा प्रबंधक अंजनी कुमार ने बताया कि 50 रुपये का नोट ज्यादातर पुराने होते हैं. इसलिए उन्हें एटीएम मशीन में नहीं डाला जाता है. ताकि नोट एटीएम मशीन में न फंस जाये.
एक्सिस बैंक के मुख्य शाखा प्रबंधक ने बताया कि जन-धन योजना के तहत खाताधारियों की संख्या कम है और बड़ी राशि निकासी के ग्राहक ज्यादा हैं. इसलिए एटीएम में बड़ा नोट डाला जाता है.
बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य शाखा प्रबंधक दिलीप कुमार मिश्र ने बताया कि उनके एटीएम में 100, 500 और 1000 रुपये का नोट हमेशा उपलब्ध रहता है, लेकिन 50 का नोट पुराने होने के कारण उसे एटीएम में कभी कभार ही डाला जाता है.
इन्होंने बतायी अपनी परेशानी : बज्जमी नगर निवासी अशोक राजभर जन-धन योजना के तहत बैंक में खाता खुलवाये हैं. बैंक की ओर से उन्हें मिले एटीएम कार्ड से हर 45 दिन के भीतर एक बार निकासी करने की बात कही गयी है. वे बताते हैं कि इंश्योरेंस पॉलिसी को चालू रखने के लिए वे हर माह कम-से-कम राशि की निकासी करते हैं, लेकिन एटीएम से उन्हें छोटी राशि निकालने में परेशानी हो रही है.
क्योंकि एटीएम में 50 और 100 का नोट उपलब्ध नहीं रहता है. वहीं, बारी टोला निवासी टल्लू ने भी इसी तरह की समस्या सुनाई. उन्होंने बताया कि यदि 200 रुपये की निकासी करनी होतीहै, तो उन्हें सीधे 500 रुपये कम-से- कम निकासी करनी पड़ती है. ऐसे में 300 रुपये अनावश्यक निकासी करनी पड़ती है.
क्यों जरूरी है निकासी करना
बीमा लाभ के लिए : जन-धन योजना के तहत खाताधारियों के परिजनों को बीमा का लाभ तब मिलेगा, जब खाताधारी के मृत्यु के 45 दिन पहले कम-से-कम एक बार रु-पे कार्ड से पैसे की निकासी की गयी हो. अन्यथा बीमा की सुविधा परिजनों को नहीं मिलेगी. मसलन बीमा का लाभ रु-पे कार्ड के माध्यम से तय समय सीमा में ही मिलेगा.
ओवर ड्राफ्ट के लिए लेन-देन हो अच्छा : गरीब खाताधारियों के लिए आवश्यकता पड़ने पर अधिकतम पांच हजार रुपये की निकासी करने की सुविधा मिलती है. दूसरे शब्दों में यदि आपके खाते में राशि शून्य हो और आपको पैसे की अति आवश्यकता हो, तो बैंक आपको पांच हजार रुपये का लोन देता है. बशर्ते आपके खाते का संचालन लगभग छह माह तक अच्छा हो.

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