बार चुनाव संपन्न, दिन भर रही गहमागहमी

बक्सर, कोर्ट : बक्सर बार एसोसिएशन का चुनाव सोमवार को संपन्न हो गया. मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ तथा शाम चार बजे तक मतदान होता रहा. सुबह से ही अधिवक्ता, मतदाता अपने प्रत्याशियों को विजयी बनाने के लिए कतारबद्ध होकर मतदान शुरू कर दिये. दिन के 11 बजे तक कुल 500 मतदान किये गये. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 14, 2015 7:46 AM
बक्सर, कोर्ट : बक्सर बार एसोसिएशन का चुनाव सोमवार को संपन्न हो गया. मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ तथा शाम चार बजे तक मतदान होता रहा. सुबह से ही अधिवक्ता, मतदाता अपने प्रत्याशियों को विजयी बनाने के लिए कतारबद्ध होकर मतदान शुरू कर दिये. दिन के 11 बजे तक कुल 500 मतदान किये गये. समय समाप्ति तक एक हजार दो मतदाताओं ने अपने-अपने मत दिये.
मतदान को लेकर दिन भर गहमागहमी बनी रही तथा प्रत्याशी अपने-अपने वोटरों को मतदान के लिए प्रोत्साहित करते दिखे. कई प्रत्याशियों द्वारा बाजाप्ता टेंट लगा कर बैठने एवं मतदान में सहूलियत के लिए व्यवस्था की गयी थी. मतदान में ऐसे कई चेहरे भी नजर आये, जो अधिवक्ता के रूप में कार्यरत नहीं हैं.
अलबत्ता उनके पास विधि स्नातक की डिग्री थी और जोड़-तोड़ कर मतदान करने में सफल रहे. पीठासीन पदाधिकारी द्वारा जब ऐसे मतदाताओं से उनके पहचान पत्र की मांग की गयी, तो कतरा से निकल गये. मतदान पूरी तरह राजनीतिक चुनाव के तर्ज पर रहा. शाम पांच बजे से मत की गिनती शुरू की गयी.
मात्र 127 नलकूपों के सहारे बक्सर जिले की खेती
53 नलकूप हो गये हैं बेकार, गाड़े जायेंगे नये नलकूप, राशि आने की अधिकारी कर रहे इंतजार
बक्सर जिले में खेती करने के लिए 344 नलकूप लगाये गये हैं, जिसमें से मात्र 127 नलकूप ही चालू हैं. इन्हीं नलकूपों के सहारे किसानों को सिंचाई में काफी परेशानी ङोलनी पड़ती है. किसानों को खेती करनी पड़ रही है. वहीं, निजी तरीके से भी किसान सिंचाई करते हैं, जो काफी महंगा पड़ता है. सरकार की सख्त हिदायत के बाद जिले में 17 नलकूप 15 दिनों के अंदर चालू करने का आश्वासन किसानों को दिया गया है, लेकिन अब तक सरकार से राशि नहीं मिली है, जिससे बंद नलकूपों को चालू कराने में मुश्किलें आ रही हैं.
बक्सर : बक्सर जिले में कुल 344 नलकूपों के सहारे किसान खेती कर रहे हैं. 344 में 127 नलकूप ही चालू हैं. जिले के खराब नलकूपों के कारण खेती काफी बाधित हो रही है और किसान निजी नलकूपों के सहारे खेतों का पटवन कर रहे हैं.
मिले आंकड़े के मुताबिक बहुत सारे ऐसे नलकूप हैं, जो पानी देने लायक नहीं रह गये हैं. जिला की ओर से राज्य सरकार को ऐसे 53 नलकूपों का ब्योरा भेजा गया है, जो चालू होने के लायक नहीं रहे. ऐसे नलकूप वर्षो पुराने और कई वर्षो से बंद पड़े हैं. हाल ही में राज्य सरकार ने 15 दिनों के अंदर हर जिल में बंद नलकूपों को चालू करने का फरमान जारी किया था, जिसमें बक्सर जिले में भी 17 नलकूपों को चालू कराने का आश्वासन राज्य सरकार को दिया गया था और कहा गया था कि एलार्टमेंट मिलते ही बंद नलकूपों को चालू कराने का काम किया जायेगा.
इन नलकूपों में पांच राजकीय नलकूप, नाबार्ड फेज आठ के आठ नलकूप और फेज 11 के चार नलकूपों को चालू करने का आश्वासन दिया गया था. इन नलकूपों में पुराने नलकूपों में से बक्सर के दो, डुमरांव के दो और सिमरी प्रखंड के एक नलकूप को चालू करना है. जबकि नाबार्ड के फेज आठ से बक्सर के तीन, नावानगर से दो, चौगाईं से एक और चक्की से दो नलकूपों को चालू किया जाना है.जबकि केसठ से दो, सिमरी से एक और चक्की से एक नलकूप फेज 11 के चालू किये जायेंगे.
क्या कहते हैं अधिकारी
लघु सिंचाई प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता राम विजय कुमार ने बताया कि एलार्टमेंट मिलने के बाद बंद पड़े नलकूपों को चालू किया जायेगा. 15 दिनों के अंदर दिये गये लक्ष्य के मुताबिक 17 नलकूपों को चालू कर दिया जायेगा.

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