झटका आने के बाद सहमे लोग
फिर आया भूकंप : धरती हिलते ही घरों व कार्यालयों से भागने लगे लोग, मची अफरातफरी 25 अप्रैल से एक सप्ताह तक रुक-रुक कर लगातार आ रहे भूकंप के झटकों से अभी लोगों ने राहत की सांस ली थी कि मंगलवार की दोपहर में आधा घंटे के अंतराल पर दो झटके महसूस किये गये. इस […]
फिर आया भूकंप : धरती हिलते ही घरों व कार्यालयों से भागने लगे लोग, मची अफरातफरी
25 अप्रैल से एक सप्ताह तक रुक-रुक कर लगातार आ रहे भूकंप के झटकों से अभी लोगों ने राहत की सांस ली थी कि मंगलवार की दोपहर में आधा घंटे के अंतराल पर दो झटके महसूस किये गये. इस दौरान झटकों ने ऊंचे व बड़े भवनों से लेकर बिजली पोल व टावरों को नुकसान पहुंचा है. इसके चलते घरों में दरार आ गयी, वहीं दर्जनों लोग घायल हो गये.
बक्सर : जिले में मंगलवार की दोपहर 12़ 36 बजे में भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग घरों से बाहर निकल कर भागे. कोई सड़कों पर आ गय़े, तो कोई खाली जगह या फिल्ड में. पहली बार की अपेक्षा झटके की तीव्रता काफी कम हो गयी. वहीं, भूकंप के झटके दूसरी बार करीब एक बज कर 10 मिनट पर आया.
इससे फिर लोगों के बीच अफरातफरी का माहौल कायम हो गया़ बक्सर के कई स्थानों पर दीवारें दरकने की जानकारियां मिलीं. आरा-बक्सर मार्ग पर लकड़ी के व्यवसायी रामजी शर्मा की दुकान में दरार आ गयी, जिसका निर्माण 2001 में कराया गया था. नावानगर में ट्रांसफॉर्मर गिर कर तीन टुकड़ों में बंट गया.
सिमरी की राजपुर पंचायत के सरपंच के मकान में दरार आने तथा रामरेखा घाट स्थित नसीम अंसारी और हरेंद्र कुमार की दुकानों में दरारें आ गयीं. ये दोनों दुकानें ताड़का नाला में बनी हुई है और अब दुकानदारों को दुकानें ध्वस्त होने की आशंका बढ़ गयी हैं.
डीएम सहित अन्य अधिकारी उद्घाटन छोड़ बाहर निकले
बक्सर के जिलाधिकारी रमण कुमार, डीडीसी मोबिन अली अंसारी, डीसीएलआर राजेश कुमार और डीपीआरओ कुमारी अनुपमा सिंह, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अनिल कुमार समेत कई प्रशासनिक अधिकारी काफी दिन से लंबित चल रहे कॉमन सर्विस सेंटर के उद्घाटन के लिए जमा हुए थे.
मगर कैंची लेकर ज्यों ही डीएम फीता के पास पहुंचे कि भूकंप का झटका तेजी से आ गया और सभी लोग खुले मैदान में पहुंच गये. भूकंप खत्म होने के बाद उद्घाटन की औपचारिकता पूरी की गयी. यहां मतदाताओं के रंगीन वोटर आइ कार्ड समेत पुनरीक्षण व अन्य चुनावी कार्य किये जायेंगे. जिले में अब तक किसी की जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है.
इसके पूर्व 25 व 26 अप्रैल को भूकंप आया था, जिसमें कई मकानों में दरारें पड़ गयी थीं. व्यवहार न्यायालय मॉर्निग होने के कारण भूकंप के समय अधिकतर लोग न्यायालय से बाहर निकल रहे थे. वहीं, चैंबर में बैठे कई न्यायिक अधिकारी झटका लगने के साथ ही चैंबर से निकल कर खुले मैदान में आ गये.