शिकायत दर्ज कराने खुद थाना पहुंच रहीं बेटियां

जिले के स्कूल व कॉलेजों में चलाये गये अभियानों का मिल रहा लाभ समय के साथ हमारा समाज भी बदल रहा है. चाहे घर हो या बाहर. खासकर स्कूल-कॉलेजों में पढ़नेवाली लड़कियों में काफी बदलाव आया है. पहले छात्राएं या युवतियां छेड़खानी या फब्तियां कसे जाने पर घर में शिकायत करती थीं. लेकिन आज वह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 14, 2015 2:10 AM

जिले के स्कूल व कॉलेजों में चलाये गये अभियानों का मिल रहा लाभ

समय के साथ हमारा समाज भी बदल रहा है. चाहे घर हो या बाहर. खासकर स्कूल-कॉलेजों में पढ़नेवाली लड़कियों में काफी बदलाव आया है. पहले छात्राएं या युवतियां छेड़खानी या फब्तियां कसे जाने पर घर में शिकायत करती थीं. लेकिन आज वह घर में शिकायत न कर सीधे महिला थाने का रुख कर रही हैं.

कई मनचलों पर तुरंत कार्रवाई होने से बेटियों के हौसले बढ़े हैं. साथ ही पुलिस-प्रशासन द्वारा चलाये गये जागरूकता अभियान का भी असर है कि अब लड़कियां जरूरत होने पर थाने जाने में भी परहेज नहीं कर रहीं.

बक्सर : जिले में बढ़ती छेड़खानी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस-प्रशासन कॉलेजों और स्कूलों में छात्राओं के बीच जागरूकता अभियान चलाता है. छात्राओं को छेड़खानी की घटना होने पर तत्काल पुलिस को सूचना देने को कहा जाता है.

इसके अलावा इन घटनाओं से बचने के टिप्स भी दिये जाते हैं. पिछले दिनों चलाये गये इन अभियानों से कई छात्राओं को हौसला मिला है और ये अपने साथ ऐसी घटनाएं होने पर स्वयं ही महिला थाना पहुंच कर मौखिक और लिखित शिकायत की हैं. इस कारण समय रहते किसी अनहोनी से बच सकी.

यहां बता सकते हैं अपनी परेशानी

एसपी 9431822981

डीएसपी, बक्सर 9431800090

डीएसपी, डुमरांव 9431800091

मॉडल थाना, बक्सर 9431822335

महिला थाना, बक्सर 8987104289

तीन माह में नौ शिकायतें : पिछले तीन माह में महिला थाने में ऐसे कुल नौ मामले आये हैं. इनमें दो लिखित शिकायत हैं, जबकि सात मौखिक शिकायत महिला थानाप्रभारी के पास पहुंची हैं. अहम बात यह है कि छेड़खानी की शिकायत करने स्वयं छात्राएं व युवतियां थाना पहुंच रही हैं.

इनके अभिभावकों को बाद में ऐसी घटनाओं की जानकारी हुई. घटनाओं की जानकारी महिला थाने को मिलते ही अपने स्तर से तत्काल कार्रवाई भी हुई, जिससे ऐसी घटनाओं को अंजाम देनेवालों को सबक भी मिला. आज लड़कियों के इस हौसले पर पुलिस और अभिभावकों को भी नाज है.

केस वन

नगर के बंगाली टोले की रहनेवाली छात्र रंभा (काल्पनिक नाम) गल्र्स हाइस्कूल की छात्र है. हर रोज विद्यालय जाने के क्रम में कुछ लफंगे परेशान करते थे. छात्र स्वयं ही महिला थाने पहुंची और शिकायत की. पुलिस ने लफंगों के विरुद्ध कार्रवाई की, जिसके बाद से रंभा को अब कोई परेशानी नहीं है.

केस टू

गोलंबर के समीप रहनेवाली छात्र कंचन कुमारी (काल्पनिक नाम) कुछ असामाजिक तत्वों से परेशान थी. उसे रोज वे लोग परेशान करते थे. कभी अपशब्द तो कभी कुछ. इससे तंग आकर छात्र ने स्वयं महिला थाना पहुंच कर इसकी शिकायत की और महिला थाने ने इसके विरुद्ध कार्रवाई की.

केस थ्री

मेन रोड की रहनेवाली ललिता कुमारी (काल्पनिक नाम) जब ट्यूशन पढ़ने जा रही थी, तब रास्ते में एक दुकानदार ने उसके ऊपर छींटा कसी की. ऐसे में लड़की ने तत्काल महिला थाना पहुंच कर इसकी शिकायत की. पुलिस तुरंत पहुंच कर दुकानदार पर कार्रवाई करते आगे ऐसा न करने की चेतावनी दी.

विभिन्न कॉलेजों और स्कूलों में छात्राओं को छेड़खानी की घटनाओं से बचने के लिए जागरूक किया जाता है. अब युवतियां जागरूक हो रही हैं. यदि छात्राएं व युवतियां हौसला रखें, तो कोई कुछ नहीं कर सकता. ऐसी घटनाएं किसी के साथ हो तो पुलिस के पास तत्काल शिकायत करें.

कंचन कुमारी, महिला थानाप्रभारी, बक्सर.

तीन वर्षो की सजा का प्रावधान

छेड़खानी की घटना काफी संवेदनशील होती है. इस घटना में भादवि की धारा 354 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाती है. इस धारा में कई उपधाराएं हैं, जिसमें औसतन तीन वर्ष की सजा का प्रावधान है. यह गैर जमानतीय धारा है.

रवि रंजन श्रीवास्तव, अधिवक्ता

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