आर्थिक अपराध अनुसंधान इकाई करेगी जांच

बक्सर . राज्य सरकार का करोड़ों रुपये का धान दबा कर बैठने वाले मिल मालिकों के मामले की जांच अब आर्थिक अपराध अनुसंधान इकाई करेगी. वरीय उपसमाहर्ता सह एसएफसी के प्रबंधक आलोक कुमार ने बताया कि राजपुर के सरेंजा स्थित मनोकामना मिनी राइस मिल का मामला आर्थिक अपराध अनुसंधान इकाई के हवाले चला गया है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 30, 2013 10:32 PM

बक्सर . राज्य सरकार का करोड़ों रुपये का धान दबा कर बैठने वाले मिल मालिकों के मामले की जांच अब आर्थिक अपराध अनुसंधान इकाई करेगी. वरीय उपसमाहर्ता सह एसएफसी के प्रबंधक आलोक कुमार ने बताया कि राजपुर के सरेंजा स्थित मनोकामना मिनी राइस मिल का मामला आर्थिक अपराध अनुसंधान इकाई के हवाले चला गया है. उन्होंने बताया कि सीएमआर का बकाया नहीं देने के मामले में पूर्व में जिला प्रशासन की ओर से मिल के मालिक रामाशीष राय के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद भी मिल के मालिक ने सीएमआर जमा नहीं किया. अब इस मामले की जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान इकाई कर रही है. उन्होंने बताया कि अनुसंधान इकाई ने मिल से संबंधित कागजात के साथ चार अक्तूबर को उपस्थित होने का नोटिस जारी किया. उन्होंने बताया कि भारती राइस मिल सहित अन्य मिलों का मामला भी आर्थिक अपराध अनुसंधान इकाई के हवाले किया जायेगा.

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