ईद के आगाज से चहका बाजार, बढ़ी चहल-पहल

तैयारियों में जुटे रोजेदार, टोपी की बिक्री बढ़ी डुमरांव : तीसरे जुमे की नमाज अदा करने के बाद अब शेष बारह रोजा बचा है. रोजेदारों के घर ईद की तैयारी शुरू हो गयी है. सभी को चांद दिखने का बेसब्री से इंतजार है. ईद को लेकर बाजार भी सज गया है. मंडियों में पर्व की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 5, 2015 8:19 AM
तैयारियों में जुटे रोजेदार, टोपी की बिक्री बढ़ी
डुमरांव : तीसरे जुमे की नमाज अदा करने के बाद अब शेष बारह रोजा बचा है. रोजेदारों के घर ईद की तैयारी शुरू हो गयी है. सभी को चांद दिखने का बेसब्री से इंतजार है. ईद को लेकर बाजार भी सज गया है. मंडियों में पर्व की खरीदारी को लेकर चहल-पहल बढ़ गयी है.
रोजी को इस बार घघरा खरीदना है, तो मुमताज इस बार कुरता-पैजामा न लेकर जिंस पैंट व टी-शर्ट की मांग कर रहा है. ईद के दिन कोई नाखुश नहीं रहे इसे ध्यान में रखते हुए अभिभावक ना नहीं कह रहे हैं. वहीं, महिला सबिना बानो जहां काम करती है,वहां अपने मालिक से कह चुकी हैं कि चांद की रात के दिन उसे वेतन दे दिया जाये. ईद के लिये उसे जरूरी सामान खरीदना है.
कपड़ों की दुकानों में दिख रही भीड़ : ईद में कुछ शेष दिन रहने से कपड़ों की दुकानों पर काफी भीड़ उमड़ रही है. पर्व के पहले कपड़े की खरीद व सिलाई को लेकर बाजारों में चहल-पहल बढ़ गयी है. साड़ी व चुन्नी की मैचिंग लगाने में दुकानदार भी काफी व्यस्त दिख रहे हैं. नगर के गोला रोड, राज मंडी, चौक रोड, स्टेशन रोड, शहीद गेट के मंडियों में रेडीमेड दुकानों पर बच्चों के कपड़ों की खरीदारी के लिए महिलाओं को भीड़ उमड़ रही है. असलम, मुन्ना, अकबर कहते हैं कि पर्व के अंतिम दिनों में मन पसंद कपड़े नहीं मिलते हैं.
बाकरखनी व सेवई की मांग बढ़ी
रमजान के दिनों में बाकरखानी रोटियां व सेवई की मांग बढ़ गयी है. विक्रेता मो.रहमत व इस्लाम कहते हैं कि इन दिनों प्रतिदिन दो क्विंटल बाकरखानी रोटियों की बिक्री हो रही है. हर किस्म व दर की रोटियां उपलब्ध हैं. वहीं, लच्छा सेवई एवं बनारसी सेवई की बिक्री भी चरम पर है.
टोपी की बिक्री जोरों पर : जौनपुर की कामदार टोपी व लखनवी की जालदार टोपियां मंडी में आ चुकी हैं. कलमीवाली जालीदार व फरवाली सभी तरह की टोपियों से दुकानें सज गयीं हैं. टोपी की बिक्री करते जबार कहते हैं कि चांद की रात का बेसब्री से इंतजार है. वैसे तो टोपी रोज बिकती है, लेकिन ईद पर्व पर इसकी मांग बढ़ जाती है.
सामग्रियों की कीमत एक नजर में
लच्छा सेवई- 80 से 150 रुपये
बनारसी सेवई- 60 से 100 रुपये
खजूर- 120 से 320 रुपये
इत्र- 10 से 80 रुपये
बाकरखानी- 80 से 120 रुपये
बिस्कुट- 90 से 140 रुपये
टोपी- 25 से 350 रुपये
सेव- 80 से 100 रुपये
केला- 60 से 80 रुपये
अनार- 100 से 120 रुपये
आम- 25 से 45 रुपये

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