विभाग का चक्कर लगा रहे हैं मदन मोहन प्रसाद,नया मीटर अपडेट नहीं होने से बढ़ी परेशानी

हजारों उपभोक्ताओं की बिल में हुई गड़बड़ी एसडीओ ने कहा, बिजली बिल सुधार में पांच माह का लग सकता है वक्त बक्सर : विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण उपभोक्ताओं को भेजे जानेवाले बिजली बिल में गड़बड़ी देखने को मिल रही है. हजारों उपभोक्ताओं को यूनिट के आधार पर बिल नहीं दिया जा रहा है.उपभोक्ताओं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 25, 2015 12:41 AM
हजारों उपभोक्ताओं की बिल में हुई गड़बड़ी
एसडीओ ने कहा, बिजली बिल सुधार में पांच माह का लग सकता है वक्त
बक्सर : विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण उपभोक्ताओं को भेजे जानेवाले बिजली बिल में गड़बड़ी देखने को मिल रही है. हजारों उपभोक्ताओं को यूनिट के आधार पर बिल नहीं दिया जा रहा है.उपभोक्ताओं का कहना है कि विभाग औसत बिल भेज रहा है, जिससे उपभोक्ताओं को बढ़े हुए बिजली बिल को सुधरवाने के लिए विभाग का चक्कर लगाना पड़ रहा है, जिससे उन्हें काफी परेशानी ङोलनी पड़ रही है.
उपभोक्ताओं का कहना है कि बिल सुधरवाने के लिए विभाग में जब जाते हैं, तो उन्हें घंटों इंतजार करना पड़ता है. विगत दिनों बिजली बिल में गड़बड़ी के कारण सैकड़ों उपभोक्ताओं को भारी परेशानी ङोलनी पड़ी थी. समस्या इतनी बढ़ गयी थी कि पटना से आयी टीम ने विभिन्न इलाकों में कैंप के माध्यम से लोगों का बिल सुधारने का काम की थी.
क्या हो रही है गड़बड़ी
एसडीओ अभिषेक कुमार ने बताया कि बिजली बिल में गड़बड़ी का कारण कई है. जिनमें बिल बनानेवाली कंपनी औसत बिल बना रही है. दूसरा पुराने मीटर को हटा कर जो नया मीटर लगाया गया है. अधिकतर मीटर अपडेट नहीं हो पाये हैं. तीसरा पिछले माह का बिल की राशि अगले माह में भेजे जाने से परेशानी हो रही है. इसके अलावे कई अन्य कारणों से बिल में त्रुटि हो रही है, जिन्हें पूरी तरह ठीक करने में करीब पांच माह का वक्त लग सकता है.
केस-प्रथम :- खलासी मुहल्ला निवासी मदन मोहन प्रसाद जो पेशे से एक मजदूर हैं. विभाग की लापरवाही के कारण इनको मानसिक उत्पीड़न ङोलना पड़ रहा है. दरअसल बात यह है कि एक छोटे से घर में चार बल्ब, तीन पंखे और एक टीवी है. अप्रैल माह में 79 रुपये का बिजली बिल आया था, लेकिन जून माह में अचानक विभाग ने पांच लाख 79 हजार 927 रुपये का बिजली बिल भेज दिया, जिससे मदन मोहन प्रसाद काफी परेशान हो गये हैं. वे बताते हैं कि कई दिनों से विभाग का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन अब तक उनका बिल सुधारा नहीं गया है.
केस-दूसरा :- मल्लाह टोली निवासी वीरेंद्र चौधरी भी बिजली बिल को सुधरवाने के लिए विभाग का चक्कर काट रहे हैं. वे बताते हैं कि जून माह में उनका बिल बढ़ कर आया है. जब वे बिल सुधरवाने के लिए विभाग में जाते हैं, तो कर्मी बिल ठीक है कह कर राशि जमा करने की बात करते हैं.
केस-तीसरा :- खलासी मुहल्ला निवासी अमृत कुमार ने बताया कि विभाग की लापरवाही के कारण अक्सर परेशानी ङोलनी पड़ती है. इस बार भी बिल में गड़बड़ी हुई है. मीटर रीडिंग के मुताबिक बिल नहीं भेजा गया है, जिससे 12 सौ रुपये का बिल भेजा गया है. जबकि बिजली की खपत बहुत कम है.

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