62 हजार हेक्टेयर में हुई रोपनी

27 हजार 419 हेक्टेयर भूमि में बाकी है बिचड़ा रोपने का कार्य बक्सर : जिले में लगातार हो रही बरसात से किसानों के अंदर खुशी है और किसानों ने अपने-अपने खेतों में रोपनी का काम युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है. जिले में धान रोपनी के 90 हजार हेक्टेयर के लक्ष्य के विरुद्ध अब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 1, 2015 12:02 AM
27 हजार 419 हेक्टेयर भूमि में बाकी है बिचड़ा रोपने का कार्य
बक्सर : जिले में लगातार हो रही बरसात से किसानों के अंदर खुशी है और किसानों ने अपने-अपने खेतों में रोपनी का काम युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है. जिले में धान रोपनी के 90 हजार हेक्टेयर के लक्ष्य के विरुद्ध अब तक 62 हजार 581 हेक्टेयर भूमि पर धान की रोपनी हो चुकी है.
वर्षा की स्थिति पिछले वर्ष की अपेक्षा काफी अच्छी है, जिसमें किसानों को राहत मिलने की उम्मीद है. कृषि वैज्ञानिक भी कहते हैं कि अगर यही हाल रहा, तो सूखे जैसी स्थिति जिले के किसानों को नहीं देखनी पड़ेगी. बिचड़ा का लक्ष्य जिले में नौ हजार था, जो शत प्रतिशत पूरा कर लिया गया है.
जबकि रोपनी के लक्ष्य में अभी 27 हजार 419 हेक्टेयर बाकी है. 31 जुलाई तक 277.2 मिलीमीटर वर्षा हो जानी थी, मगर अब तक 174.8 मिलीमीटर ही वर्षा हो पायी है. अभी भी लक्ष्य 36.94 मिलीमीटर कम है. किसानों को उम्मीद है कि अगले माह के वर्षा के लक्ष्य अगर अधिक हुए, तो इस माह की क्षतिपूर्ति हो जायेगी.
किसानों के चेहरे पर खुशी
इस संबंध में किसान मनीष कुमार ने कहा कि गांव में अब तक नहर एवं बोरिंग के माध्यम से लगभग 50 प्रतिशत खेते में धान की रोपनी की जा चुकी है. वहीं, वर्षाहोने से पानी से दूर रहे खेत भी पानी से भर चुका है. अब इस वर्षा के बाद लगभग शत प्रतिशत रोपनी किसानों द्वारा कर दी जायेगी.
किसान धनंजय ने कहा कि भगवान ने किसानों की जटिल समस्या का समाधान कर दिया है. धान की रोपनी के लिए यह बारिश सोने पर सुहागा साबित हुई है.किसान पिंटू कुमार ने कहा कि हमारे क्षेत्र में नहर की सुविधा नहीं है. सरकारी व निजी बोरिंग से कुछ खेती की जा चुकी है.
अब इंद्र देव ने हमें खर्च से बचा लिया है और गांव के किसान खुशहाल हो गये हैं. किसान बिरजा सिंह ने कहा कि वर्षा नहीं होने से रोपे गये धान की फसल भी सूख रही थी, मगर इंद्र देव ने किसानों की झोली में सोना भर दिया है.

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