फिलहाल बाढ़ का खतरा टला

मान गयी गंगा मइया. गंगा का जल स्तर घटने से बाढ़ के खतरे से बाहर है जिला बक्सर : बक्सर जिले में बाढ़ का पानी अभी खतरे के निशान से काफी नीचे है और लगातार गंगा का जल स्तर घट रहा है, जिससे बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में अभी कोई खतरा नहीं है और न ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 27, 2015 11:55 PM
मान गयी गंगा मइया. गंगा का जल स्तर घटने से बाढ़ के खतरे से बाहर है जिला
बक्सर : बक्सर जिले में बाढ़ का पानी अभी खतरे के निशान से काफी नीचे है और लगातार गंगा का जल स्तर घट रहा है, जिससे बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में अभी कोई खतरा नहीं है और न ही पानी उन क्षेत्रों के किसी भी गांव में गया है.
ताजा आंकड़े के अनुसार गुरुवार को गंगा का जल स्तर 32 सेंटीमीटर नीचे घटा है. 26 अगस्त को गंगा का जल स्तर 58.16 सेंटीमीर रिकॉर्ड किया गया था, जो गुरुवार को घट कर 57.84 सेंटीमीटर पर पहुंच गया. जिला प्रशासन ने गंगा के घटते जल स्तर से राहत की सांस ली है. बाढ़ नियंत्रण कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार इलाहाबाद में भी बाढ़ का पानी घट रहा है.
वर्तमान में प्रखंडों की स्थिति
बक्सर जिले में बाढ़ गस्त प्रखंड बक्सर, ब्रह्मपुर, सिमरी और चक्की प्रखंड हैं, मगर इन चारों प्रखंडों में अब तक बाढ़ का खतरा सामने नहीं आया है. बक्सर प्रखंड के अंचलाधिकारी अनिता भारती ने बताया कि करहंसी, छोटका नुआंव, पांडेयपट्टी, अहिरौली, खुटहा, उमरपुर, कमरपुर आदि पंचायत हैं, जो बाढ़ के कारण ग्रस्त होते हैं, लेकिन फिलहाल कोई खतरा नहीं है. वहीं, ब्रह्मपुर प्रखंड के अंचलाधिकारी भगवान झा ने बताया कि अब तक बाढ़ का कोई खतरा नहीं दिख रहा है. नैनीजोर उत्तरी, नैनीजोर दक्षिणी, बगेन, योगिया, महुआर आदि क्षेत्र हैं, जहां बाढ़ का खतरा रहता है. फिलहाल पानी आने का कोई खतरा सामने नहीं दिखा है.
वहीं, सिमरी प्रखंड के अंचलाधिकारी दिलीप कुमार ने बताया कि गंगा का जल स्तर खतरे के निशान से नीचे बह रहा है. सबसे पहले डेरावाले दर्जनों गांव डूबते हैं, उसके बाद ही गंगा नदी का पानी दूसरी ओर आता है. उन्होंने बताया कि केशोपुर तथा पाठक का डेरा आदि क्षेत्रों में अब तक बाढ़ का खतरा दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहा है.
क्या कहते हैं बाढ़ नियंत्रण विभाग के अभियंता
पानी घट रहा है और बाढ़ का कोई खतरा फिलहाल जिले में नहीं है. हालांकि बाढ़ से निबटने के लिए जिला प्रशासन ने अपनी तैयारी कर रखी है. अभी तक झागड़ में भी पानी नहीं है और लोग निश्चित हैं.
सिहेश्वर साह, बाढ़ नियंत्रण के कार्यपालक अभियंता, बक्सर

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