जहाज घाट पर उतरते ही मिलेगा गहरा पानी

बक्सर : आस्था, सूर्योपासना, लोक संस्कृति एवं पवित्रता का महापर्व छठ को लेकर लोग तैयारी में पूरी तन्मयता से जुट गये हैं. घरों की साफ-सफाई के साथ घाटों के लिए गंगा किनारे जगह की घेराबंदी लोगों द्वारा शुरू कर दी गयी है. गंगा किनारे स्थित जहाज घाट की स्थिति काफी खतरनाक है़ यहां पानी में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 5, 2015 4:06 AM

बक्सर : आस्था, सूर्योपासना, लोक संस्कृति एवं पवित्रता का महापर्व छठ को लेकर लोग तैयारी में पूरी तन्मयता से जुट गये हैं. घरों की साफ-सफाई के साथ घाटों के लिए गंगा किनारे जगह की घेराबंदी लोगों द्वारा शुरू कर दी गयी है. गंगा किनारे स्थित जहाज घाट की स्थिति काफी खतरनाक है़ यहां पानी में उतरने के साथ ही ज्यादा गड्ढा है़

ऐसा है घाट : जहाज घाट नगर का महत्वपूर्ण एवं पुराना घाट है. यह घाट पानी के जहाज के माध्यम से बिहार एवं उत्तरप्रदेश को जोड़ता है. इस घाट पर गंगा के किनारे जाने के लिए ईंट का जीर्णशीर्ण अवस्था में सीढ़ी निर्मित है, जो काफी पुरानी है. गंगा जल में प्रवेश करने के कुछ ही कदम पर काफी गहरा पानी है, जिससे हमेशा खतरा बना रहेगा. यह घाट रामरेखा घाट से ठीक पूरब की ओर स्थित है. बाढ़ की पानी के कटाव से घाट खड़ा एवं गहरा हो गया है.
कहां से आते हैं लोग : जहाज घाट पर छठ व्रत करने के लिए छू मंतर गली, पीपी रोड, जहाज घाट रोड, रामबाग, कोइरपुरवा, पुस्तकालय रोड से लोग आते हैं.
उपेक्षित है घाट : जहाज घाट बिहार एवं उत्तरप्रदेश को जल मार्ग से जोड़नेवाला प्रमुख घाट है. जहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोगों का आना-जाना लगा रहता है. इस घाट की नीलामी प्रतिवर्ष नगर पर्षद द्वारा की जाती है़ जिले के आय के स्रोतवाला घाट जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है.
गंदगी का अंबार : स्थानीय लोग बबलू प्रजापति, विजय वर्मा, रास बिहारी शर्मा एवं अशोक कुमार ने बताया कि अक्सर प्रशासन द्वारा सफाई के नाम पर कोरम पूरा किया जाता है. सफाई स्थानीय लोगों एवं छठ व्रतियों के परिजनों द्वारा ही किया जाता है.

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