बुडको की खुदाई से मुहल्लों में नारकीय स्थिति
बुडको की खुदाई से मुहल्लों में नारकीय स्थिति समाहरणालय के पीछे के मुहल्ले हजारों लोग परेशान नगर पर्षद द्वारा पीसीसी कराये जाने के कारण छोड़ा गया था कामएक-दो दिनों में ईंट सोलिंग करा कर खत्म करायी जायेगी समस्या : बुडकोफोटो-17- बुडको द्वारा खोदी गयी जमीन के बाद हुई नारकीय स्थिति.बक्सर. पर्यावरण को स्वच्छ व गंगा […]
बुडको की खुदाई से मुहल्लों में नारकीय स्थिति समाहरणालय के पीछे के मुहल्ले हजारों लोग परेशान नगर पर्षद द्वारा पीसीसी कराये जाने के कारण छोड़ा गया था कामएक-दो दिनों में ईंट सोलिंग करा कर खत्म करायी जायेगी समस्या : बुडकोफोटो-17- बुडको द्वारा खोदी गयी जमीन के बाद हुई नारकीय स्थिति.बक्सर. पर्यावरण को स्वच्छ व गंगा को निर्मल बनाने के लिए बक्सर नगर में लगाये जा रहे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक गंदे पानी को पहुंचाने के लिए बाइपास सड़क से समाहरणालय, न्यायालय एवं चीनी मिल को जोड़नेवाली समाहरणालय के पीछेवाली ईंट सोलिंग सड़क पर खुदाई कर छोड़ दिया गया है. निर्माण कंपनी द्वारा सड़क की मरम्मत नहीं किये जाने से सड़क की स्थिति दयनीय हो चुकी है़ कंपनी अपने तय एग्रीमेंट के तहत पहले जैसी सड़क बनाने के नियम के तहत कुछ सड़कों की मरम्मत, तो की है, लेकिन ज्यादातर जगहों को ऐसे ही छोड़ दिया गया है. निर्माण कंपनी के इस लापरवाही के कारण अति व्यस्त रहनेवाली सड़क से वाहन, तो दूर पैदल चलने में भी परेशानी हो रही है. इस सड़क से गुजरनेवाले वाहनचालकों की थोड़ी सी असावधानी से दुर्घटना घट जाती हैं और वे चोटिल हो जाते हैं. ऐसा है यह मार्गयह मार्ग नया बस स्टैंड से ज्योति प्रकाश चौक की ओर जानेवाली बाइपास रोड से निकल कर समाहरणालय, न्यायालय, चीनी मिल को जोड़नेवाली ईंट सोलिंग मार्ग है़ इस मार्ग से एक बड़ी आबादी जुड़ी हुई है, जो इस मार्ग का उपयोग अपने आने-जाने के लिए करती है. नगर में चल रहे सिवरेज प्लान के तहत बुडको ने जमीन के अंदर इन मुहल्लों में नाला एक साल पहले डाल दिया है़ काम कराने के लिए हटाये गये ईंट सोलिंंग को बुडको एजेंसी द्वारा फिर से ईंट सोलिंग नहीं कराया गया, जिससे मार्ग पर गड्ढे उभर आये हैं. साथ ही सिवरेज के बनाये गये हॉल के बीच में खतरे को निमंत्रण दे रहा है़ शायद बुडको ने नगर में कार्य कराने की कार्य योजना नहीं बनायी है. इसलिए एजेंसी ने गली में नाला डालने के बाद उसी रूप में छोड़ अपने काम को इतिश्री कर दिया है. मरम्मत के लिए होते हैं आंदोलन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए जिले में कार्यरत एजेंसी बुडको गली की खुदाई करने के बाद फिर से मरम्मत कराने के बजाये, उसी स्थिति में छोड़ दिया है, जिससे गलियों की स्थिति खराब हो गयी है. एजेंसी के खिलाफ नगर में लोगों ने गलियों की मरम्मत कार्य के लिए कई बार आवाजें भी बुलंद की है.क्या कहते हैं स्थानीय लोगप्रदीप कुमार चौबे -फोटो-18-ने कहा कि एजेंसी द्वारा एक साल पहले ही इस गली में खुदाई करके पाइप बिछाया गया, लेकिन ईंट सोलिंग का कार्य नहीं कराया गया, जिसके कारण आज यह दयनीय स्थिति इस गली की हुई है़योगेश गुप्ता -फोटो 19-ने कहा कि समाहरणालय एवं न्यायालय का यह मुख्य मार्ग बन गया है. पूरे दिन बाइकचालकों का आना-जाना लगा रहता है. इस महत्वपूर्ण मार्ग पर प्रशासन का जरा भी ध्यान नहीं है़ पीयूष कुमार -फोटो-20-ने कहा कि एजेंसी नाला बनाने के बाद सड़क को यूं ही छोड़ दी, जिसके कारण गली की स्थिति बदहाल हो गयी है़ ज्योति प्रकाश चौक पर जाम होने की स्थिति में इस मार्ग पर दबाव बढ़ जाता है़ थोड़ी सी बारिश होने पर मार्ग पर कीचड़ हो जाता है. रिंकू तिवारी -फोटो-21-ने कहा कि एजेंसी ने ईंट सोलिंग हटा कर नाला का काम कराने के बाद ईंट सोलिंग का काम नहीं कराया है़ साथ ही बीच रास्ते में ऊंचे सीवरेज लोगों के लिए खतरा बन गया है. अक्सर दो पहिये वाहनचालक सिवरेज के इस ऊंचे ढक्कन से टकरा कर चोटिल हो जाते हैं. एक साल से अधिक हो गया है, पर इस काम के प्रति एजेंसी के कान पर जूं तक नहीं रेंगा है़क्या कहते हैं अधिकारी बुडको के अधिकारी कमल राजा कहते हैं कि पहले ईंट के टुकड़ों से गड्ढे की भराई की गयी थी, अगर खराब हो गया है, तो फिर से सोलिंग करायी जायेगी. चुकी नगर पर्षद द्वारा इस मार्ग की पीसीसी करानी थी, इसलिए अभी तक बुडको द्वारा निर्माण नहीं कराया गया था. दो-तीन दिनों में ईंट सोलिंग का काम करा दिया जायेगा. एटीएम नहीं होने से परेशानीचक्की़ प्रखंड क्षेत्र के प्रमुख बाजार भरियार में किसी भी बैंक की एटीएम सेंटर नहीं होने से ग्राहकों को काफी परेशानी हो रही है. अभी लग्न का समय चल रहा है, ऐसे में लोगों को खरीदारी के लिए पैसों की ज्यादा जरूरत होती है. उपभोक्ता बात-बात में बैंक में पैसे की निकासी करने के लिए नहीं जा पाते हैं. स्थानीय ग्रामीणो के अनुसार नजदीक में एटीएम न होने से उन्हे पर्व त्यौहार व लग्न के मौके पर डुमरांव और बक्सर जाना पड़ता है.