बक्सर : राज्य सरकार द्वारा जिले में पांच दिसंबर से धान खरीद की घोषणा की गयी थी, लेकिन 20 दिन बीतने के बाद भी एक किलोग्राम धान की खरीदारी नहीं हो सकी है, जिससे किसान चिंतित हैं. वहीं, पैसे की कमी के कारण किसान अपने धान को सीधे बाजार में औने-पौने कीमतों पर बेचने को मजबूर हो गये हैं.
धान खरीद जिले में 117 पैक्स, आठ व्यापार मंडल एवं दो एसएफसी के केंद्रों के माध्यम से शुरू की जानी है, पर पैक्स के कैश क्रेडिट नहीं होने से खरीद केंद्र पर बैनर, मापक यंत्र लगा कर कर्मी बैठे हुए हैं. धान खरीद केंद्र बिल्कुल ही शांत पड़े हुए हैं. अभी जिले में किसी केंद्र पर खरीद का खाता नहीं खुल पाया है.
धान खरीद का लक्ष्य : जिले में धान खरीद का लक्ष्य 87 हजार मीटरिक टन रखा गया है. यह लक्ष्य पिछले साल के निर्धारित लक्ष्य के बराबर ही है.
नमी मापक यंत्र : सरकार द्वारा 17 प्रतिशत नमी तक के धान की खरीद की जानी है. इसके लिए प्रति क्रय केंद्र पर नमी मापक मशीन लगायी गयी है. केंद्रों पर ग्राहकों के लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं की गयी है.
धान की सुरक्षा की व्यवस्था : खरीद केंद्रों पर गोदाम भी नहीं बनाये गये हैं, जिससे कि धानों को सुरक्षित रखा जा सके. इससे धान की नमी की प्रतिशत बढ़ेगी.
किसानों को कागजात लाना है : व्यापक धांधली से बचने के लिए सरकार द्वारा इस साल एलपीसी, किसानों को पहचान पत्र, खेत की अद्यतन रसीद धान के साथ किसानों को खरीद केंद्र पर लाना आवश्यक कर दिया गया है. पहले साल इन कागजात की मांग नहीं की गयी थी. जिससे धांधली हुई.
क्रय का निर्धारित समय : राज्य सरकार के निर्देश पर पांच दिसंबर से ही जिलों में खरीदारी शुरू की गयी थी, जो 31 मार्च 2016 तक खरीद की तिथि निर्धारित की गयी है.
सहकारिता का महत्व बढ़ा : राज्य की नयी सरकार ने सहकारिता को राज्य में बढ़ावा देने के उद्देश्य से पैक्स एवं व्यापार मंडल के सहयोग से 90 प्रतिशत धान की खरीदारी का निर्णय लिया है. इसके साथ ही दोनों अनुमंडल में एक-एक खरीद केंद्र एसएफसी द्वारा बनाया गया है. इसके लिए केंद्र सरकार ने साधारण धान का समर्थन 1410 एवं ए ग्रेड धान का मूल्य 1450 रुपये निर्धारित किया है.
क्या कहते हैं अधिकारी
जिला सहकारिता पदाधिकारी अजय कुमार अलंकार ने कहा कि सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक आरा से पैक्स को कैश, क्रेडिट किया जाना है, जो अभी पैक्स को प्राप्त नहीं हो सका है. जैसे ही पैक्स को कैश क्रेडिट प्राप्त होगा. धान की खरीदारी शुरू कर दी जायेगी. अभी जिले में धान की खरीद शून्य है.