बंद नलकूपों से कैसे बूझेगी प्यास!
विभाग उदासीन. टांसफॉर्मर में आयी खराबी के कारण केसठ में बंद हैं नलकूप बक्सर/केसठ : सरकार द्वारा शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने को लेकर करोड़ों रुपये की योजनाएं बनायी गयीं हैं. इसके पूर्व में भी सरकार ने गांवों में मिनी नलकूप योजना के तहत जल की समस्या को दूर करने का प्रयास किया था,लेकिन यह योजना […]
विभाग उदासीन. टांसफॉर्मर में आयी खराबी के कारण केसठ में बंद हैं नलकूप
बक्सर/केसठ : सरकार द्वारा शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने को लेकर करोड़ों रुपये की योजनाएं बनायी गयीं हैं. इसके पूर्व में भी सरकार ने गांवों में मिनी नलकूप योजना के तहत जल की समस्या को दूर करने का प्रयास किया था,लेकिन यह योजना आधी-अधूरी रह गयी. बक्सर जिले के सभी प्रखंडों में आज पानी की समस्या है़
वहीं, अगर केसठ प्रखंड की बात करें, तो यहां के कई गांवों में इस योजना के तहत नलकूप लगाये गये हैं, परंतु इसका लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है. केसठ प्रखंड के दसियांव गांव में विगत दो वर्ष पूर्व मिनी नलकूप योजना के तहत बोरिंग लगायी गयी और गांवों में पाइप भी बिछा दी गयी. पानी ग्रामीणों को मिलने लगा, तो ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गयी,लेकिन छह महीने के बाद नलकूप और ट्रांसफॉर्मर में मामूली खराबी आने के बाद पानी का सप्लाइ बंद हो गया़ वहीं, ज्यादा दिन बंद रहने से लाखों रुपये की मशीन भी खराब होने लगी.
ग्रामीणों की शिकायत पर नलकूप विभाग के अधिकारियों ने मशीन की मरम्मत करायी, परंतु बिजली विभाग की लापरवाही के कारण अब तक ट्रांसफॉर्मर की मामूली गड़बड़ी को ठीक नहीं किया गया, जिसके कारण ग्रामीणों को पानी की सुविधा नहीं मिल रही है. विदित हो कि विगत वर्ष वर्षा कम होने के कारण पानी का जलस्तर अभी से ही नीचे खिसकते जा रहा है. फरवरी माह में ही पानी की किल्लत शुरू हो गयी है, तो आनेवाले गरमी के दिनों में क्या होगा इसे लेकर ग्रामीण परेशान हैं.
क्या कहते हैं मुखिया
रामपुर पंचायत के मुखिया निर्भय कुमार निराला कहते हैं कि विभाग को कई बार इसकी शिकायत की गयी, तो लंबे अंतराल के बाद नलकूप ठीक हो गया है, परंतु बिजली विभाग की लापरवाही के कारण ट्रांसफॉर्मर की गड़बड़ी को दूर नहीं किया जा सका, जिससे नलकूप बंद है.