यांत्रिकीकरण मेला. जिले व बाहर की 40 एजेंसियों ने लगाया अपना स्टॉल

3708 किसानों को मिलेगा कृषि यंत्र कृषि विभाग ने किला मैदान में यांत्रिकीकरण मेला लगाया है. इसके लिए जिले के हर कोटि के कुल 13 हजार 892 चयनित किसानों में से कुल तीन हजार 708 का परमिट काटा गया है. बक्सर : बक्सर किला मैदान में कृषि विभाग द्वारा दो दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण मेले का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2016 12:31 AM

3708 किसानों को मिलेगा कृषि यंत्र

कृषि विभाग ने किला मैदान में यांत्रिकीकरण मेला लगाया है. इसके लिए जिले के हर कोटि के कुल 13 हजार 892 चयनित किसानों में से कुल तीन हजार 708 का परमिट काटा गया है.
बक्सर : बक्सर किला मैदान में कृषि विभाग द्वारा दो दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण मेले का आयोजन किया गया. यांत्रिकीकरण मेले में जिले व बाहर के 40 कृषि विभाग से नामित एजेंसियों ने अपना स्टॉल लगाया है.मेले का विधिवत उद्घाटन डुमरांव कृषि महाविद्यालय के प्राचार्य उमाशंकर जायसवाल ने दीप प्रज्वलित कर किया.
जिले में हर कोटि के कुल 13 हजार 892 चयनित किसानों में से कुल 3 हजार 708 किसानों की परमिट काटी गयी है. मेले में यंत्रों के बिक्री के साथ किसानों के लिए कृषि संबंधित जानकारी की कार्यशाला भी लगाया गया है, जिसमें कृषि से संबंघित जानकारी किसानों को कृषि वैज्ञानिकों द्वारा दी गयी. खरीद के प्रति किसानों में उत्साह दिखा. साथ ही किसानों ने अन्य नयी तकनीकों की जानकारी प्राप्त की.
कार्यक्रम के उद्घाटनकर्ता उमाशंकर जायसवाल ने कहा कि विगत पांच वर्षों में कृषि के क्षेत्र में अमूलचूल परिवर्तन हुआ है. पारंपरिक खेती के साथ अन्य नगदी फसलों के प्रति किसानों का रुझान बढ़ा है, जो उनको आर्थिक रूप से सबल बनाने में सहयोग की भूमिका निभा रहा है.
इसके साथ पारंपरिक खेती अब प्राचीन तकनीकी पर आधारित नहीं रही है बल्कि कई नयी तकनीकें किसानों को प्राप्त हुई हैं, जिससे कृषि के क्षेत्र में किसानों को काफी सहायता प्राप्त हुआ है. विगत पांच वर्षों में कृषि के आधारभूत संरचना में काफी विकास हुआ है.
किसान को मिला बल नयी तकनीक की ली जानकारी
चला तकनीकी सत्र
यांत्रिकीकरण मेले में किसानों को तकनीकी जानकारी भी दी गयी.तकनीकी जानकारी बक्सर कृषि विज्ञान केंद्र से आये समन्वयक डॉ आरसी वर्मा एवं डॉ देवकरण ने दी. वैज्ञानिकों ने किसानों को प्याज में रोग नियंत्रण, खेतों में संतुलित उर्वरक का प्रयोग कैसे करें किसान. प्राकृतिक असंतुलन को देखते हुए किसानों को जल संरक्षण की विधिवत जानकारी दी गयी. जिससे कि विपरीत परिस्थिति में किसान अपने फसल की कम से कम एक बार पटवन कर सकें.लगाये गये हैं
40 स्टॉल
दो दिवसीय मेले में जिले के साथ अन्य जगहों से कृषि यांत्रिकीकरण एजेंसी आयी है. मेले में 40 स्टॉल लगाये गये हैं जिसमें स्प्रे मशीन से लगायत ट्रैक्टर तक स्टॉल में बिके. परमिट कटाये किसान अपनी आवश्यकता व पसंद की दुकान से सामानों की खरीदारी किये.
स्टॉल पर उमड़ी थी भीड़
किसानों की उत्सुकता मेले में काफी दिखी. स्टॉलों पर घूम कर किसानों ने कृषि की नयी तकनीकों से संबंधित जानकारी ली. परमिट कटाये सामानों की खरीदारी भी विभिन्न स्टॉलों पर घूम कर पसंद आये यंत्रों की गयी. इस कार्यक्रम में नावानगर आत्मा के अध्यक्ष चितरंजन तिवारी, प्रगतिशील किसान अवधेश कुमार सिंह समेत अन्य मौजूद थे

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