बक्सर प्रखंड में 66 फीसदी पड़े वोट
पंचायत चुनाव. बैलेट पेपर की संख्या अधिक रहने से मतदान की गति रही धीमी कमहरिया और मिश्रवलिया में मतपेटी नहीं खुलने पर बदला गया बक्सा चुरामनपुर मध्य विद्यालय के बूथ छह पर जिला पर्षद का बैलेट पेपर खत्म होने से घंटा भर चुनाव रहा बाधित बक्सर : बक्सर जिले के बक्सर प्रखंड की 16 पंचायतों […]
पंचायत चुनाव. बैलेट पेपर की संख्या अधिक रहने से मतदान की गति रही धीमी
कमहरिया और मिश्रवलिया में मतपेटी नहीं खुलने पर बदला गया बक्सा
चुरामनपुर मध्य विद्यालय के बूथ छह पर जिला पर्षद का बैलेट पेपर खत्म होने से घंटा भर चुनाव रहा बाधित
बक्सर : बक्सर जिले के बक्सर प्रखंड की 16 पंचायतों में हुए पंचायत चुनाव में कुल 66.39 फीसदी वोट डाले गये. बैलेट पेपर की संख्या ज्यादा रहने के कारण चुनावी प्रक्रिया पूरी करने में काफी परेशानी हुई और समय भी लगा, जिसके कारण वोटरों को घंटों कतारों में रहना पड़ा.रविवार और छुट्टी का दिन होने के कारण लोगों के पास पर्याप्त समय था
और मतदाता धूप और गरमी के बावजूद कतारों में लग कर अपनी बारी का इंतजार करते रहे. शाम छह बजे तक प्राय: बूथों पर लंबी कतारें लगी रहीं और वोटिंग चलती रही. पहले चरण के पंचायत चुनाव में उमरपुर पंचायत के बूथ नंबर 166 पर मतदान की प्रक्रिया बाधित करने की शिकायतों के बाद चुनावी अधिकारियों की फौज जुट गयी और तुरंत चुनाव को बाधित होने से बचा लिया गया.फायरिंग कर चुनाव बाधित करनेवाले युवक विकास राय को औद्योगिक थाने की पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
जानकारी के अनुसार इसी बूथ पर एक मुखिया प्रत्याशी और उसका चाचा बैलेट बॉक्स लेकर भाग रहा था, जिसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया. यहां मुखिया प्रत्याशी अविनाश राय और विकास राय की गिरफ्तारी हो गयी. जबकि विपुल राय भागने में सफल हो गया. वहीं, मलहचकिया के बूथ नंबर 41-42 पर बोगस मतदान की शिकायत अधिकारियों को मिली थी, जिसके बाद सघन सुरक्षा व्यवस्था करके उसे दुरुस्त किया गया.
वहीं, कमहरिया और मिश्रवलिया में बूथों पर बैलेट बॉक्स का ढक्कन नहीं खुलने की शिकायत आयी, जिसके बाद बैलेट बॉक्सों को बदल कर वहां चुनाव कराया गया. पांडेयपट्टी पंचायत के अांबेडकर आवासीय उच्च विद्यालय के बूथ संख्या 8-9 पर मतदान की गति धीमी रहने और मतदाताओं के रहते खान-पान के चक्कर में वोट रोक देने से वोटरों में आक्रोश हो गया.
पांडेयपट्टी में दोपहर में ही सन्नाटा पसर गया : पांडेयपट्टी के आंगनबाड़ी केंद्र में बूथ संख्या 50, वार्ड संख्या 10 पर दोपहर में ही सन्नाटा हो गया. इस बूथ पर 452 वोटर थे और दोपहर तक करीब 250 वोट पड़ चुके थे, मगर तेज धूप के कारण यहां वोटर नजर नहीं आये. यहीं पर सटे खलिहान में भी एक बूथ बनाया गया था, जहां टेबल-कुरसी लगा कर और टेंट लगा कर बूथ बना कर वोट डाले गये. चुरामनपुर पंचायत के शेरपुर प्राथमिक विद्यालय के वार्ड नौ के बूथ पर मतदान की गति धीमी रहने के कारण वोटरों को फजीहत हुई, जिसको लेकर मतदान की गति तेज करने को लेकर पीठासीन पदाधिकारी को फटकार लगायी.
चुरामनपुर पंचायत के ही शाहुपाड़ा बूथ पर और पड़री स्कूल के बूथ पर सेक्टर मजिस्ट्रेट में तैनात आत्मा के निदेशक रणवीर सिंह ने प्रशासनिक चौकसी बरतते हुए बूथों के ईद-गिर्द लोगों को जमा होने नहीं दिया और चुस्त प्रशासनिक व्यवस्था के बीच शांतिपूर्वक वोट डालने के लिए लोगों को प्रेरित किया. चुरामनपुर पंचायत के बूथ नंबर 6 पर जिला पर्षद का बैलेट पेपर खत्म हो गया, जिसके कारण करीब घंटे भर चुनाव बाधित हो गया.
हालांकि अन्य पदों के लिए यहां बैलेट पेपर थे, मगर फिर भी चुनाव बाधित रहा. चुरामनपुर मध्य विद्यालय बूथ के 130, 131, 132 पर धीमी गति से मतदान के कारण सुबह से लंबी कतारें लगी रहीं.वहीं, इसी पंचायत के दो बूथों पर दुग्ध उत्पादन समिति चुरामनपुर के बूथ नंबर 129 पर 7.30 बजे चुनाव शुरू हो पाया. वहीं, आंगनबाड़ी केंद्र चुरामनपुर के बूथ नंबर 127 पर 7.35 मिनट पर आधा घंटा अधिक विलंब से वोटिंग शुरू हो सका. इसी पंचायत के दरहपुर के बूथ संख्या 125 पर धीमी गति से मतदान के कारण लोगों को परेशानी हुई.