एएनएम गयी जेल कार्रवाई. फर्जी प्रमाणपत्र पर कर रही थी नौकरी
न्यायिक हिरासत में भेजी गयी जेल चोरी मामले में दो ने किया कोर्ट में सरेंडर बक्सर, कोर्ट : जाली प्रमाणपत्र पर स्वास्थ्य विभाग में नौकरी करना एक महिला एएनएम को महंगा पड़ गया. प्राथमिकी दर्ज होने के साथ ही जब पुलिस ने दबिश बढ़ायी, तो महिला ने गुरुवार को न्यायालय में सरेंडर कर दिया, जहां […]
न्यायिक हिरासत में भेजी गयी जेल
चोरी मामले में दो ने किया कोर्ट में सरेंडर
बक्सर, कोर्ट : जाली प्रमाणपत्र पर स्वास्थ्य विभाग में नौकरी करना एक महिला एएनएम को महंगा पड़ गया. प्राथमिकी दर्ज होने के साथ ही जब पुलिस ने दबिश बढ़ायी, तो महिला ने गुरुवार को न्यायालय में सरेंडर कर दिया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.वहीं, चोरी के एक मामले में दो आरोपियों ने कोर्ट में सरेंडर किया है. जाली प्रमाणपत्र पर स्वास्थ्य विभाग में नौकरी कर रही मिनी कुमारी की जमानत याचिका खारिज होने के बाद जेल भेज दिया है. बता दें कि राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा एएनएम की नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किये गये थे,
जिसमें तीन आवेदनों के साथ संलग्न प्रमाणपत्र फर्जी बताया गया, जिसको लेकर सिविल सर्जन ने बक्सर के नगर थाने में एक मामला दर्ज कराया था. पुलिस की बढ़ते दबिश के कारण कोर्ट में सरेंडर कर दिया. वहीं, दूसरा मामला वाहन चोरी का है, जहां आरोपित अशोक सिंह ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के यहां सरेंडर किया. ब्रह्मपुर थाने के नैनीजोर ओपी कांड संख्या 107/16 के अभियुक्त विक्की तिवारी ने मवेशी चोरी के मामले में पुलिस की बढ़ते दबिश के कारण कोर्ट में सरेंडर किया. इस संबंध में पुलिस ने बताया कि 15 जून को मवेशी की चोरी करने के मामले में विक्की तिवारी को अभियुक्त बनाया गया था, जिसके बाद से ही फरार चल रहा था, जिसकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस दबिश बनाये हुए थी.