बाढ़ के साथ ही बढ़ रहा डायरिया का प्रकोप
बक्सर : जिले में बाढ़ के साथ-साथ डायरिया का प्रकोप भी बढ़ने लगा है. एक सप्ताह के आंकड़ों पर नजर डालें, तो तीन दर्जन से ज्यादा लोग इससे आक्रांत हो चुके हैं. दिन-प्रतिदिन डायरिया से पीड़ित लोग इलाज कराने को लेकर सदर अस्पताल में आ रहे हैं. यदि निजी क्लिनिकों को देखे, तो ये आंकड़ा […]
बक्सर : जिले में बाढ़ के साथ-साथ डायरिया का प्रकोप भी बढ़ने लगा है. एक सप्ताह के आंकड़ों पर नजर डालें, तो तीन दर्जन से ज्यादा लोग इससे आक्रांत हो चुके हैं. दिन-प्रतिदिन डायरिया से पीड़ित लोग इलाज कराने को लेकर सदर अस्पताल में आ रहे हैं. यदि निजी क्लिनिकों को देखे, तो ये आंकड़ा सैकड़ों में है, लेकिन विभागीय अधिकारियों की मानें, तो अभी किसी भी गांव में दो-चार की संख्या में भी ऐसे मरीज नहीं मिले है़
जबकि इटाढ़ी के भखवा गांव के एक ही परिवार में तीन लोग पीड़ित हैं, जो सदर अस्पताल में इलाज करा रहे हैं. इन मरीजों के लिए सदर अस्पातल में व्यवस्था की गयी है, लेकिन मरीजों के लिए दवा की उपलब्धता कम पड़ जा रही है़ आनेवाले मरीजों को दवा भी बाहर से खरीदनी पड़ रही है़ मरीजों का कहना है कि जब दवा बाहर से ही खरीदनी है, तो क्याें न किसी प्राइवेट अस्पताल में दिखाया जाये.
प्राइवेट अस्पताल से भी ज्यादा खर्च सरकारी अस्पताल में लग रहा है़ आइडीएसपी डाॅक्टर आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि जिले में अभी एक गांव से पांच या उससे अधिक की संख्या में मरीजों की पहचान नहीं हुई है़ एक हजार की आबादीवाले गांव में अगर पांच डायरिया के मरीज मिलते हैं, तो उस इलाके में माना जायेगा कि वहां डायरिया का प्रकोप शुरू हो गया है़