बिना लाइब्रेरियन के चल रही लाइब्रेरी
हाल एमपी प्लस टू उच्च विद्यालय का बक्सर : जिला मुख्यालय स्थित एमपी हाइस्कूल में पढ़नेवाले छात्र-छात्राओं के लिए समृद्ध पुस्तकालय की व्यवस्था है, लेकिन लाइब्रेरियन टीचर के पदस्थापना नहीं होने के कारण छात्र-छात्राओं को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है़ जबकि विद्यालय में कुल 1600 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं तथा लाइब्रेरी में पर्याप्त पुस्तकें […]
हाल एमपी प्लस टू उच्च विद्यालय का
बक्सर : जिला मुख्यालय स्थित एमपी हाइस्कूल में पढ़नेवाले छात्र-छात्राओं के लिए समृद्ध पुस्तकालय की व्यवस्था है, लेकिन लाइब्रेरियन टीचर के पदस्थापना नहीं होने के कारण छात्र-छात्राओं को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है़ जबकि विद्यालय में कुल 1600 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं तथा लाइब्रेरी में पर्याप्त पुस्तकें भी मौजूद हैं, जिसका छात्र-छात्राओं को सुविधा नहीं मिल पा रही है़ छात्र-छात्राओं की मानें, तो लाइब्रेरी में सभी तरह की पुस्तकें मौजूद हैं,लेकिन किसी टीचर के नहीं होने के चलते पढ़ाई में परेशानी होती है़
जिले के छात्र-छात्राओं के लिए पहली पसंद एमपी हाइस्कूल है
एमपी हाइस्कूल में नामांकन को लेकर छात्र-छात्राएं एड़ी चोटी का दम लगा देते है़ं छात्र-छात्राएं किसी भी तरह के हथकंडे अपना कर अपना नामांकन करने को लालायित रहते है़ं ऐसे में महत्वपूर्ण विद्यालय में एक भी लाइब्रेरियन टीचर को पदस्थापित नहीं किया गया है, जिसके कारण छात्र-छात्राओं को लाइब्रेरी का लाभ नहीं मिल रहा है.
समृद्ध है लाइब्रेरी : एमपी हाइस्कूल में समृद्ध लाइब्रेरी की व्यवस्था है, जिसमें विषय वस्तु से लगायत प्रतियोगिता से संबंधित तरह-तरह की पुस्तकें मौजूद है़ं इसके साथ मैगजीन भी प्रतिमाह छात्र-छात्राओं को पढ़ने के लिए आती है़ विद्यालय के पुस्तकालय में नयी पुस्तकों की संख्या भी पांच हजार से ज्यादा है़ इसके अलावे पुरानी पुस्तकें भी बहुत हैं, लेकिन इसका लाभ छात्र-छात्राओं को नहीं मिलता है़ विद्यालय में पुस्तकें केवल दिखाने के लिए हैं. छात्र-छात्राएं जब पुस्तकों की मांग करते हैं, तो विद्यालय प्रशासन उनको पुस्तकें उपलब्ध नहीं करा पाता है़
क्या कहतीं हैं प्राचार्या
प्राचार्या विनीता पाल ने कहा कि लाइब्रेरी में पुस्तकें पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है़ं लाइब्रेरियन नहीं होने के कारण छात्रों को इसका लाभ नहीं मिलता है़