डुमरांव के सहायक तकनीकी प्रबंधक के खिलाफ वारंट जारी

वर्ष 2014 में सहायक तकनीकी प्रबंधक के पद पर हुआ था तैनात हाइस्कूल के फर्जी प्रमाणपत्र पर हुई थी नियुक्ति बक्सर : धोखाधड़ी के मामले में सहायक तकनीकी प्रबंधक डुमरांव पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है. सहायक तकनीकी प्रबंधक इसरार अहमद के खिलाफ कोर्ट ने धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 8, 2016 4:05 AM

वर्ष 2014 में सहायक तकनीकी प्रबंधक के पद पर हुआ था तैनात

हाइस्कूल के फर्जी प्रमाणपत्र पर हुई थी नियुक्ति
बक्सर : धोखाधड़ी के मामले में सहायक तकनीकी प्रबंधक डुमरांव पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है. सहायक तकनीकी प्रबंधक इसरार अहमद के खिलाफ कोर्ट ने धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है. गिरफ्तारी वारंट जारी होने के साथ ही उनकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लग गयी है. मिली जानकारी के अनुसार वर्ष, 2014 में नेशनल मिशन ऑन एग्रीकल्चरल एक्सटेंशन एंड टेक्नोलाॅजी के अधीन संचालित सब मिशन के तहत तकनीकी प्रबंधक, सहायक प्रबंधक और लेखपाल संविदा के आधार पर नियुक्ति हुई थे.
सभी कागजात को सचिव द्वारा जांच के बाद कर्मियों को वेतन का भी भुगतान किया जाने लगा. जब इसकी भनक आत्मा को मिली, तो उन्होंने सभी नियुक्त कर्मियों के शैक्षणिक प्रमाणपत्रों की जांच के लिए भेजा गया था. तब पता चला कि डुमरांव में पदस्थापित सहायक तकनीकी प्रबंधक इसरार अहमद का शैक्षणिक प्रमाणपत्र फर्जी है. सहायक तकनीकी प्रबंधक की नियुक्ति हाइस्कूल के फर्जी प्रमाण पत्र पर हुई है.
इस मामले में आत्मा के परियोजन निदेशक रणवीर सिंह ने सहायक तकनीकी प्रबंधक से स्पष्टीकरण की मांग की. सहायक तकनीकी प्रबंधक से निदेशक द्वारा बार-बार जवाब मांगा,
लेकिन सहायक तकनीकी प्रबंधक ने स्पष्टीकरण देना मुनासिब नहीं समझा. तब डीएम रमण कुमार के आदेश के बाद आत्मा के परियोजना निदेशक रणवीर सिंह ने 6 मई, 2016 को नगर थाने में सहायक तकनीकी प्रबंधक के खिलाफ धोखधड़ी का मामला नगर थाने में दर्ज कराया. वहीं, आरोिपत फरार बताया जा रहा है.

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